कैनेडियन सेना ने पहली बार सैनिकों को बच्चों के प्रति निर्देश जारी किए

औटवा। कैनेडियन सेना द्वारा पहली बार विश्व शांति मिशन पर जाने वाली सेना के लिए बच्चों के प्रति खास निर्देश दिएं गए। जिनके अनुसार यह निर्देश अभी हाल में अफ्रीका जाने वाली सेना पर भी लागू होगें। इन निर्देशों के अनुसार सैनिकों को कहा गया हैं कि बच्चों के प्रति खास नजरियां रखा जाएं जिससे उन्हें कम हानि पहुंच सकें। कमांडर रॉरी मक्लै ने कहा कि यदि किसी कैनेडियन सैनिक की बंदूक की नोंक पर कोई बच्चा आतंकी हैं तो उसे तुरंत नहीं मारा जाएं, जब तक कि वह आपकों या आपके साथी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएं, यह भी देखना होगा कि उसमें कितनी क्षमता हैं और वह जो कार्य कर रहा हैं उसके लिए उसे समझ हैं, तभी उस पर कोई हिंसक प्रहार किया जाएं। उन्होंने आगे कहा कि यह निर्देश सुनने में बहुत अधिक बाधा पूर्ण लग रहे हैं, परन्तु मानवीय संवेदनाओं को देखते हुए ऐसा कदम उठाना आवश्यक हो गया था। ऐसे बच्चों को आपातकालीन अवस्था में ऐसे माहौल से अलग करके पुनर्वास हेतु भेजा जाएंगा जिससे भविष्य की उनकी गतिविधियां अच्छे कार्यों में लग सके। इसके अलावा अन्य निर्देश पूववर्त रहेंगे जिसे सभी को पालन करना अनिवार्य होंगे। इन सैनिकों को इस प्रकार का प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं कि वह मानसिक रुप से इसके लिए तैयार रहें, और कार्य को सुचारु ढंग से कर सके। उन्होंने यह भी कहा कि यदि आपको विशेष निर्देश मिले हैं तो इसके लिए आपको यह समझना होगा कि आपकों किसी विशेष कार्य के चुना हैं, जिसे आप करके संतुष्टि प्राप्त करेंगे। इन निर्देशों को लिबरल सरकार द्वारा भी सहमति दे दी गई हैं, और आगामी हफ्तों में माली जाने वाले सैकड़ों सैनिकों को इसे पालन करना अनिवार्य होगा। यह निर्देश जारी करने का प्रमुख कारण बताया जा रहा हैं कि पिछले महीने फ्रैंच सीखे हुए एक दस वर्षीय आतंकी बच्चे को कैनेडा सैनिकों द्वारा मारा गया, जिसके पश्चात मानवीय अधिकारों के अंतर्गत इस मुद्दे पर गहन चर्चा के पश्चात ही इस पर फैसला लिया गया।
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