शांति मिशन में अफ्रीका में आतंकवाद फैलना घातक : सज्जन

News-24 Leed
सज्जन ने कहा कि सरकार ने शांति स्थापना के लिए अपना मन पक्का कर लिया हैं, और उसी के मद्देनजर वे मुख्य विदेश नीति को प्राथमिकता देने की कोशिश कर रहे है।
औटवा : पूरे अफ्रीका में आतंकवाद फैलता जा रहा हैं जोकि कैनेडा द्वारा चलाए जा रहे शांति मिशन के लिए घातक हैं। ये संबोधन रक्षामंत्री हरजीत सिंह सज्जन ने दिया, उन्होंने माना कि कैनेडा संरा के द्वारा आरंभ इस मिशन में अपना पूरा सहयोग दे रहा है।
सरकार ने अपना पूरा मन बना लिया है जिससे वे शांति स्थापना के लिए अपने शांतिदूत दुनिया के आतंक गतिविधियों से प्रभावित देशों में भेजेंगे, जोकि हमारी विदेश नीति को परिपूर्ण करने वाली बातों को परिपक्व करता है।
सूत्रों के अनुसार साउथ अफ्रीकन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स की एलिजाबेथ सिडिरोपोउलस ने एएफपी को बताया, ‘कई साल से चीन भारत कैनेडा से ज्यादा सक्रिय रहा है और द्वीप पर ज्यादा जुड़ाव रखने वाले भारत की शुरुआत है।Ó ‘अफ्रीका अब भारत की नजरों में है और निश्चित तौर पर यह लंबे समय से चले आ रहे आर्थिक और राजनयिक संबंधों को आगे बढ़ाने को लेकर है।Ó भारत दक्षिण अफ्रीका का छठा सबसे बड़ा व्यापार सहयोगी है। वर्ष 2015-16 में इनके बीच का दोतरफा व्यापार 5.3 अरब डॉलर पहुंच गया।
दक्षिण अफ्रीका संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार के मुद्दे पर मुखर रहा है, जिसके कारण स्थायी सदस्य बनने की दिशा में लंबे समय से चले आ रहे भारत के अभियान में वह एक प्राकृतिक सहयोगी बन गया है। भारत और अफ्रीका की कुल जनसंख्या दुनिया की जनसंख्या का एक तिहाई है लेकिन भारत या किसी अफ्रीकी देश को परिषद में स्थायी सीट प्राप्त नहीं है। परिषद के स्थायी सदस्य हैं- ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, रूस और अमेरिका।
सज्जन ने आगे कहा कि हम सभी देशों को एक समान नहीं देख सकते, यह बात सज्जन ने अपनी कुवैत यात्रा से लौटते हुए कही और  हमें स.रा. की शांति नीतियों का पालन करना होगा। हमें इस्लामिक देश ईराक व लेवांट के विरुद्ध लड़ाई का भी डटकर सामना करना होगा।
हमारे सूत्रों के अनुसार बॉको हराम, अल-शबाब आदि का निशाना अब अफ्रीका होंगे, जिनका सीधा संबंध आईएसआईएल से हैं।
सं.रा. द्वारा फ्रांस के शांति प्रयासों में इसी प्रकार की मदद दी जा रही हैं। इसके लिए उन्होंने 12,000 कठोर मिशन द्वारा शहर में शांति का प्रयास करने की कोशिश की हैं,
इस वर्ष हुए फरवरी व मई में हुए आतंकी हमलों के लिए शांति स्थापना हेतु 19 शांति दूतों को संरा की ओर से विशेष रुप से भेजा गया हैं।
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