तुलसीदास की रामचरित मानस में ढोल, गंवार, शूद्र, पशु और नारी का अर्थ

डॉ. छाया मंगल मिश्र तुलसीदास जी रचित रामचरित मानस में नारियों को सम्मान जनक रूप में प्रस्तुत किया है। जिससे ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता:’ ही सिद्ध होता है। नारियों के बारे में उनके जो विचार देखने में आते हैं उनमें से कुछ…
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लोहड़ी कैसे मनायी जाती है,

खुशहाली का प्रतीक पर्व लोहड़ी हर साल पौष माह के अंतिम दिन मनाया जाता है। मकर संक्रांति से एक दिन पहले पड़ने वाला यह त्योहार आमतौर पर 13 जनवरी को ही आता है। माना जाता है इस दिन धरती सूर्य से अपने सुदूर बिन्दु से फिर दोबारा सूर्य की ओर मुख…
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घर ही नहीं, घट को भी रोशन करें

- ललित गर्ग - भारत को त्यौहारों का देश माना जाता है। दीपावली सबसे अधिक प्रमुख त्यौहार है। यह त्यौहार दीपों का पर्व है। जब हम अज्ञान रूपी अंधकार को हटाकर ज्ञान रूपी प्रकाश प्रज्ज्वलित करते हैं तो हमें एक असीम और आलौकिक आनन्द का अनुभव होता…
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बुद्ध हैं धर्मक्रांति के सूत्रधार

महापुरुषों की कीर्ति किसी एक युग तक सीमित नहीं रहती। उनका लोकहितकारी चिन्तन एवं कर्म कालजयी, सार्वभौमिक, सार्वकालिक एवं सार्वदैशिक होता है और युग-युगों तक समाज का मार्गदर्शन करता है। गौतम बुद्ध हमारे ऐसे ही एक प्रकाशस्तंभ हैं, बुद्ध…
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नैना देवी मां के नेत्र दर्शन से खत्म हो जाएगी आंखों से जुड़ी समस्याएं

नैनीताल घूमने के लिए काफी खूबसूरत जगह है। दिल्ली- एनसीआर के अधिकतर लोग अपने वीकेंड पर नैनीताल जाना पसंद करते हैं। क्योंकि ये हिल स्टेशन दिल्ली से सबसे नजदीक है। नैनीताल की खूबसूरत के कारण यहां पर्यटक बड़ी संख्या में घूमने आते हैं। नैनीताल…
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वसंत पंचमी पर्व का धार्मिक ही नहीं बड़ा ऐतिहासिक महत्व भी है

वसंत ऋतु आते ही प्रकृति का कण−कण खिल उठता है। मानव तो क्या पशु−पक्षी तक उल्लास से भर जाते हैं। हर दिन नयी उमंग से सूर्योदय होता है और नयी चेतना प्रदान कर अगले दिन फिर आने का आश्वासन देकर चला जाता है। यों तो माघ का यह पूरा मास ही उत्साह देने…
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क्या है आध्यात्मिक मेले कुंभ का महत्व ?

कुंभ मेला पृथ्वी पर लगने वाला सबसे बड़ा आध्यात्मिक मेला है। यह प्रत्येक 12 वर्ष पर आयोजित किया जाता है। इस वर्ष भी महाकुंभ पर्व मकर संक्रांति के दिन से इलाहाबाद में शुरू हो रहा है। पृथ्वी पर लगने वाला यह सबसे बड़ा मेला खगोल गणनाओं के…
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भगवान दत्तात्रेय के तीन मुख का रहस्य

प्रतिवर्ष मार्गशीर्ष माह में भगवान दत्तात्रेय की जयंती मनाई जाती है। दत्तात्रेय में ईश्वर और गुरु दोनों रूप समाहित हैं इसीलिए उन्हें 'परब्रह्ममूर्ति सद्गुरु' और 'श्रीगुरुदेवदत्त' भी कहा जाता हैं। उन्हें गुरु वंश का प्रथम गुरु, साथक, योगी और…
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कन्या पूजन के दौरान इन बातों का रखेंगे ध्यान

नवरात्रि के नौ दिनों तक भक्तगण पूरी भक्तिभाव से माता की आराधना करते हैं लेकिन नवरात्रि पूजन और व्रत तभी संपन्न माने जाते हैं, जब अंतिम दिन कन्या पूजन किया जाए। जो व्यक्ति अपने घर में माता की स्थापना करता है, वह कन्या पूजन अवश्य करता है।…
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पितृ ऋण से ऐसे पाएं मुक्ति

श्राद्ध पक्ष 16 दिनों के होते हैं और इन दिनों में पूर्वज अपने घरों में आते हैं। मान्यता है कि इस दौरान परिजनों द्वारा उनकी मुक्ति के लिए जो कर्म किया जाता है उसे श्राद्ध कहा जाता है। श्राद्ध पक्ष अनंत चतुर्दशी के अगले दिन पूर्णिमा से शुरू…
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रक्षाबंधन पर क्या है भाई की पूजा का सही समय? कैसे करें पूजा?

भाई बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है रक्षा बंधन पर्व। यह पर्व श्रावण मास की पूर्णिमा को बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाई के हाथ पर राखी बांधकर जहां उनकी उन्नति और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती हैं वहीं भाई…
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सावन की शिवरात्रि का है विशेष महत्व, इस तरह करें भगवान शिव को प्रसन्न

श्रावण मास भगवान शिवजी का प्रिय मास है। इस मास में पड़ने वाली शिवरात्रि का भी अपना विशेष महत्व है। वैसे तो प्रत्येक माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि कहा जाता है लेकिन सावन की शिवरात्रि के दिन देश भर के शिवालयों में भक्तों की भीड़…
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देवशयनी एकादशी का महत्व, भगवान विष्णु के पूजन की विधि और कथाI

हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखता है। ज्ञात है कि वैसे तो प्रत्येक वर्ष चौबीस एकादशियां होती हैं लेकिन जब अधिकमास या मलमास आता है तब इनकी संख्या बढ़कर 26 हो जाती है। आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को ही देवशयनी…
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क्यों निकलती है भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा?

आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को ओडिशा के पुरी नामक स्थान और गुजरात के द्वारका पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा बड़ी धूमधाम से निकाली जाती है। इस उत्सव के दौरान श्रद्धालुओं का भक्ति भाव देखते ही बनता है क्योंकि जिस रथ पर भगवान सवारी…
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सावन 2018 का हर सोमवार होगा खास

भगवान शिव का सबसे प्रिय माह सावन इस साल 28 जुलाई 2018 से शुरू हो रहा है. सावन में हर शिव भक्त सच्ची श्रद्धा से भोलेनाथ की पूजा करता है, कहा जाता है कि यदि कोई व्यक्ति सावन के महीने में नीलकंठ महादेव की पूजा करता है तो वह अपने भक्तों से…
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