जम्मू-कश्मीर में भाजपा-पीडीपी सरकार इसी हफ्ते

नई दिल्ली । लगभग डेढ़ महीने के इंतजार के बाद जम्मू-कश्मीर को इस हफ्ते नई सरकार मिल सकती है। भाजपा और पीडीपी (पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी) के समझौते को अंतिम रूप देने के लिए पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती दिल्ली में हैं और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ उनकी मुलाकात हो रही है। रविवार को वे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे की शादी के रिसेप्शन में बधाई देने भी पहुंची थीं। अगले एक-दो दिनों में मुफ्ती मुहम्मद सईद भी दिल्ली आकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर सकते हैं।

उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, नई सरकार के गठन के लिए भाजपा और पीडीपी का न्यूनतम साझा कार्यक्रम लगभग तैयार है और केवल कुछ बिंदुओं पर पेंच फंसा हुआ है। इनमें अनुच्छेद 370 और अफस्पा (सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून) जैसे मुद्दे शामिल हैं। वैसे भाजपा ने मौखिक रूप से अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर खुद को पीछे हटाने का आश्वासन दिया है, लेकिन पीडीपी इसे लिखित रूप में चाहती है। वहीं अफस्पा को हटाने की अपनी मांग पर पीडीपी पीछे हटने को तैयार हो गई है जबकि दोनों दलों के बीच जम्मू-कश्मीर के परिसीमन पर सहमति हो गई है। इसी तरह भाजपा मुफ्ती मुहम्मद सईद को छह साल के लिए मुख्यमंत्री मानने को राजी हो गई है, जबकि पीडीपी भाजपा को उपमुख्यमंत्री पद देने को तैयार है।

माना जा रहा है कि अगले एक-दो दिनों में दोनों दलों के नेता मतभेदों को सुलझा कर न्यूनतम साझा कार्यक्रम को अंतिम रूप दे देंगे। इसके बाद ही मुफ्ती मुहम्मद सईद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात होगी। प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात के बाद राज्य में कभी भी सरकार का गठन हो सकता है। 87 विधानसभा सीटों वाले जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के पास 28 और भाजपा के पास 25 विधायक हैं।

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