पहले कहा रेप कराने में लड़कियों को आता हैं मजा, फिर मांगी माफी

येरशलम- इजरायल के एक न्यायाधीश निस्सीम येशाया ने अपने उस बयान पर इस्तीफा दे दिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘कुछ लडकियों को बलात्कार कराने में आनंद आता है।Ó येशाया के इस बयान से देश में बडा बवाल उठ खडा हुआ था। महिला संगठनों ने उनके इस बयान की तीव्र भत्र्सना करते हुए उनके इस्तीफे की मांग की थी।
येशाया के नेतृत्व वाला तीन सदस्यीय पैनल एक महिला के मामले की सुनवाई कर रहा था। यह महिला जब 13 वर्ष की थी तब चार फिलिस्तिनी युवकों ने उसका बलात्कार किया था। उसने इस मामले को भी आतंकवादी हमले की श्रेणी में स्वीकार किए जाने की अपील की थी। आतंकवादी हमले के पीडित मुआवजा पाने के अधिकारी होते हैं।
इस महिला के वकील ने कल इजरायली रेडियो नेटवर्क को बताया कि अदालतके एक सत्र के दौरान येशाया ने टिप्पणी करते हुए कहा, ‘कुछ नवयुवतियां ऐसी भी होती हैं जिन्हें बलात्कार कराने में आनंद आता है। येशाया ने अपने इस्तीफा पत्र में कहा, ‘मैं इस टिप्पणी पर शॄमदा हूं और मेरा उद्देश्य किसी को ठेस पहुंचाने अथवा अपनी राय प्रकट करने का नहीं था।Ó
इजरायली राजनीति में सबसे सर्वोच शिखर पर मौजूद महिला एवं कानून मंत्री जिपी लिवनी ने येशाया इस्तीफे का स्वागत करते हुए कहा कि महिलाओं को ही अक्सर बलात्कार का दोषी ठहराया जाता है और महिलाये इसके खिलाफ वर्षों से संघर्षरत रही हैं। यह बयान इसी मानसिकता से ग्रसित था।

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