निराश कामकाजी वर्ग की आशा बन गये डोनाल्ड ट्रम्प

अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में जब अरबपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रिपब्लिकन पार्टी के दर्जनों दिग्गज उम्मीदवारों के साथ प्राइमरी के लिए अपना नाम दिया तो उन्हें गंभीरता से नहीं लिया गया लेकिन उनके आक्रामक आव्रजन-विरोध एवं मुस्लिम विरोध से आकर्षित अमेरिकी श्रमिक वर्गों ने बेहद विवादित चुनाव प्रचार अभियान में उन्हें अमेरिका का सर्वाधिक गैर-परंपरागत राष्ट्रपति बना दिया। रियल स्टेट क्षेत्र के बड़े उद्योगपति और रियलिटी स्टार डोनाल्ड ट्रम्प 1987 से ही अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने की बातें किया करते थे, लेकिन ज्यादातर लोगों का मानना है कि 2011 में व्हाइट हाउस कॉरेपॉंडेंट्स डिनर के दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा को लेकर उनके मजाकों ने इसे ठोस फैसले में बदल दिया। डिनर के दौरान ट्रम्प ने ओबामा का मजाक बनाया। उन दिनों ट्रम्प ओबामा की अमेरिकी नागरिकता पर सवाल खड़े करके अपने पक्ष में माहौल बनाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ जिसने हवा का रूख पलट दिया। ट्रम्प ने जिस डिनर में ओबामा का मजाक बनाया था, उसके महज चार दिन बाद ही अमेरिकी नेवी सील्स ने अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को मई 2011 में पाकिस्तान के एबटाबाद में मार गिराया। 9.11 हमलों के सरगना और दुनिया के सर्वाधिक वांछित व्यक्ति के मारे जाने की खबर ने देश को एकजुट कर दिया और ओबामा की राष्ट्रीयता तथा नागरिकता पर सवाल उठाने के लिए ट्रम्प को भीषण आलोचना झेलनी पड़ी। राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने का मन बनाने के बाद ट्रम्प 16 रिपब्लिकन उम्मीदवारों की भीड़ में शामिल हुए और सबको पीछे छोड़ते हुए वह पार्टी के उम्मीदवार बने। जिन 16 लोगों को ट्रम्प ने पछाड़ा वे सभी लोकप्रिय और अनुभवी नेता थे। रिपब्लिकन पार्टी ने डोनाल्ड ट्रम्प को 19 जुलाई, 2016 को अपना औपचारिक उम्मीदवार घोषित किया।

इस रंगीन मिजाज उद्योगपति ने आव्रजन-विरोधी अपने बयानों के माध्यम से एक ओर जहां कामकाजी वर्ग की निराशा को अपने पक्ष में मोड़ा तो वहीं मुसलमानों के खिलाफ की गयी विभिन्न टिप्पणियों के जरिए उन्होंने दक्षिणपंथी सोच रखने वालों को अपने साथ कर लिया। चुनाव प्रचार शुरू होने से लेकर ट्रम्प के राष्ट्रपति पद पर निर्वाचन तक विवादों से उनका रिश्ता चोली-दामन का रहा। मुसलमानों, आव्रजकों के साथ-साथ महिलाओं के बारे में बेहद आपत्तिजनक और विवादित टिप्पणियां करके ट्रम्प सुर्खियों में रहे। अपनी बेटी सहित तमाम महिलाओं के बारे में उन्होंने बेहद आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं। इस बीच, पांच साल पुराना एक वीडियो सामने आया, जिसमें ट्रम्प शेखी बघारते दिखे कि वह किसी भी महिला का यौन शोषण करके आसानी से बच सकते हैं क्योंकि वह ‘‘स्टार’’ हैं। रियलिटी स्टार होने के नाते लोगों को आशा थी कि ट्रम्प का चुनाव अभियान मनोरंजक होगा, लेकिन उनके धार्मिक और वर्ग आधारित विभाजनकारी भाषणों ने लोगों को सकते में डाल दिया। महिलाओं, मुसलमानों और विभिन्न तबके के लोगों के बारे में उनके बयानों ने अमेरिकी लोकतंत्र के ताने-बाने को हिला कर रख दिया। ट्रम्प इस हद तक पहुंच गए कि इराक में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए एक मुसलमान-अमेरिकी सैन्य अधिकारी के बारे में भी उटपटांग बोल गए, इस मामले में रिपब्लिकन पार्टी ने भी उनकी बहुत आलोचना की थी। स्थिति यह थी कि चुनाव प्रक्रिया के अंतिम दिनों में जा कर ही ट्रम्प को सदन के अध्यक्ष पॉल रेयन और सीनेटर टेड क्रूज का समर्थन मिला। उनके इन विवादित बयानों ने निराशा और मोहभंग की स्थिति से जूझ रहे अमेरिकी कामकाजी वर्ग को झकझोर कर रख दिया। उन्हें ट्रम्प में अपना नेता नजर आने लगा जो उन्हें उनकी नौकरियां वापस दिला सकता है और बेरोजगारी से मुक्ति मिल सकती है।

नवंबर 2016 में अमेरिका का राष्ट्रपति निर्वाचित होने के बाद भी ट्रम्प विवादों में बने रहे। उन्होंने अपने प्रशासन में विभिन्न पदों के लिए बेहद विवादित नामों को चुना। इसमें सबसे ज्यादा चर्चा रही वरिष्ठ सलाहकार के रूप में उनके दामाद जेरेड कुश्नेर की नियुक्ति की, क्योंकि यह अमेरिका के पांच दशक पुरानी भाई-भतीजावाद विरोधी परंपरा को चुनौती दे रही है। ट्रम्प की टीम में कई अन्य ऐसे नाम हैं.. ऊर्जा के क्षेत्र की बड़ी कंपनी एक्ससॉनमोबील के पूर्व सीईओ रेक्स टिलरसन का विदेश मंत्री के रूप में चुनाव, अवकाश प्राप्त मरीन जनरल और ओबामा प्रशासन के आलोचक जेम्स मैटिस का रक्षा मंत्री के रूप में चुनाव और मुख्य रणनीतिकार तथा वरिष्ठ सलाहकार के रूप में स्टीव बैनन को चुना गया। बैनन को एक चरमपंथी के रूप में देखा जाता है जिनके संबंध श्वेत-नस्लवाद ‘‘अति-दक्षिणपंथी’’ आंदोलन के साथ हैं। गौरतलब है कि ट्रम्प प्रशासन में करोड़पतियों और अरबपतियों की संख्या अच्छी-खासी है। ऐसा अनुमान है कि ट्रम्प सरकार आधुनिक अमेरिका के इतिहास में सबसे अमीर सरकार होगी।

शपथ ग्रहण समारोह से करीब एक सप्ताह पहले ट्रम्प ने औपचारिक रूप से अपना पूरा कामकाज, पूरा उद्योग और अपनी सभी कंपनियों का संचालन दोनों बेटो.. डोनाल्ड जूनियर और एरिक को सौंपने की घोषणा कर दी थी। उन्होंने कहा था कि कंपनी के सभी फैसले उनके दोनों बेटे लेंगे और इस संबंध में उनके साथ कोई सलाह मशविरा नहीं होगा। उनकी यह घोषणा राष्ट्रपति बनने के बाद हितों के टकराव से बचने का प्रयास है। न्यूयॉर्क के रियल स्टेट टायकून फ्रेड ट्रम्प की चौथी संतान डोनाल्ड ट्रम्प का जन्म क्वींस में हुआ। ट्रम्प ने रियल स्टेट के क्षेत्र में अपने कॅरियर की शुरूआत पिता से 10 लाख डॉलर का ऋण लेकर की और बाद में उनके उद्योग से जुड़े।

भावनाविहिन उद्योगपति माने जाने वाले ट्रम्प ने अपने परिवार के व्यापार को ब्रुकलीन और क्वींस की छोटी-छोटी परियोजनाओं से उठा कर मैनहाटन के स्काई-स्क्रैपर्स तक पहुंचाया। कंक्रीट के साथ-साथ ट्रम्प ने मनोरंजन की दुनिया में भी अपना बड़ा साम्राज्य खड़ा किया। 1996 से लेकर 2015 तक वह मिस यूनिवर्स, मिस यूएसए और मिस टीम यूएसए प्रतियोगिताओं के मालिक भी थे। ट्रम्प ने तीन बार विवाह किया है और वर्तमान में तीसरी पत्नी मेलानिया ट्रम्प के साथ रह रहे हैं। उनके पांच बच्चे हैं.. डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर, इवांका, एरिक, टिफनी और बैरन। अगर चुनाव अभियान के आरंभ से 19 जनवरी, 2017, यानि शपथ ग्रहण समारोह के एक दिन पहले तक की बात करें तो दो बातें स्पष्ट होती हैं.. पहली ट्रम्प का चुनाव प्रचार अभियान परंपरागत प्रचार से बिलकुल अलग था और दूसरी की वह अमेरिकी इतिहास के सबसे गैर-परंपरागत राष्ट्रपति साबित होंगे।

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