स्वास्थ्य कर्मचारियों को झेलनी पड़ रही हैं हिंसा

ओंटेरियो काउन्सिल के अस्पताल यूनियन ने श्रम मंत्रालय को शिकायत करते हुए कहा कि उन्हें अपने कार्य के दौरान भारी हिंसा का सामना करना पड़ता हैं जिसके लिए उन्हें सुरक्षा मिलनी चाहिए।

ओंटेरियो। सूत्रों के अनुसार इन दिनों ओंटेरियों नर्सों और निजी कर्मचारियों को अपने कार्य स्थलों पर हिंसा का सामना करना पड़ रहा है, उन्होंने यह भी कहा कि अस्पताल प्रशासन और सरकार द्वारा उनकी सुरक्षा के कोई भी उपाय नहीं किए गए हैं, जिससे उनका भय और अधिक बढ़ गया हैं, इस असुरक्षित माहौल के कारण उन्हें गाली गलौच, मारपीट और शारिरीक उत्पीड़न आदि का शिकार होना पड़ रहा हैं। उनकी यूनियन द्वारा श्रम मंत्री केवीन फ्लाइन को लिखे एक पत्र में कहा गया कि प्रतिदिन किसी न किसी अस्पताल में इस प्रकार की घटना सामने आ रही हैं जो कि एक बड़ी चिंता का विषय हैं और इसे रोकने के लिए जल्द ही कोई कार्यवाही अवश्य होनी चाहिए। यूनियन के अध्यक्ष हरले ने माना कि कार्य स्थल पर इस प्रकार की हिंसा कतई भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी चाहें वह मरीजों द्वारा हो या उच्च अधिकारियों द्वारा। संदिग्ध मरीजों द्वारा इस प्रकार के अमान्य कार्य बहुत अधिक मात्रा में किए जाने से अस्पताल प्रशासन में सकते में आया हुआ हैं। ज्ञात हो कि 2014 में इसी प्रकार की घटनाओं की बढ़ोत्तरी के कारण कर्मचारी मुआवजा बोर्ड बनाया गया जिसमें इस प्रकार के कर्मचारियों को हुई शारिरीक या मानसिक हानि पर उसे आरोपी द्वारा मुआवजा दिलवाया जाता हैं, जिसके पश्चात इस प्रकार की घटनाओं में कमी भी आई परन्तु इन दिनों ये मामला फिर प्रकाश में आ रहा हैं। यूनियन द्वारा लिखे पत्र में यह भी कहा गया कि यदि कर्मचारियों पर हो रही इस हिंसा को नहीं रोका गया तो इस पर सख्त कार्यवाही भी हो सकती हैं और नौबत हड़ताल तक पहुंच सकती हैं। इस पत्र के साथ 54 कर्मचारियों पर हुई घटना की भी पूरी जानकारी दी गई हैं।
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