अधिक ड्राईविंग करने से पड़ता हैं आईक्यू पर असर, सेहत के लिए भी नहीं उत्तम

संयुक्त राष्ट्र में लाईसेसटर यूनिवर्सिटी द्वारा एक नए सर्वे में उपरोक्त बात प्रमाणित की, और कहा कि यह तर्क दिया गया हैं 500,000 ड्राईवरों और नॉन ड्राईवरों के मध्य करवाएं शोध करवाने के बाद। 
टोरंटो। यदि आप घंटो ड्राईविंग करते हैं, तो सावधान हो जाएं इसका असर आपके आईक्यू पर पड़ सकता हैं? आप एक नॉन-ड्राईवर की तुलना में अधिक तेजी से अपनी आईक्यू शक्ति को क्षीण कर रहे है। यह बात यू.के. की एक प्रख्यात यूनिवर्सिटी के शोध कार्य के पश्चात पता चली, उनके अनुसार अधिक ड्राईविंग करने वाले व्यक्ति कम या बिल्कुल भी ड्राईविंग नहीं करने वालों की तुलना में जल्दी ही अपनी स्मरणशक्ति खो देते है । इस यूनिवर्सिटी के द्वारा करवाएं गए शोध कार्य में लगभग 500,000 ड्राईवरों के ऊपर यह शोध किया गया जिनकी आयु 37 से 73 वर्ष के मध्य थी, पिछले पांच वर्षों से इन यह शोध कार्य चल रहा हैं, और यह पाया गया कि अधिक वाहन चालने वालों की तुलना में कम वाहन चलाने वालों की स्मरण शक्ति तेज हैं। नॉन ड्राईवर अपने आईक्यू का इस्तेमाल अधिक तेजी से कर पा रहे हैं जबकि अत्यधिक ड्राईविंग करने वाले व्यक्ति इस मामले में पीछे हैं और आयु के साथ साथ क्षीण होते जा रहे हैं। इसके अलावा यह भी सिद्ध हुआ कि अधिक ड्राईविंग वाले व्यक्तियों को मानसिक तनाव भी अधिक रहता हैं जिससे वह अधिक बीमार रहते हैं, शोधकर्त्ताओं का मानना हैं कि आर्थिक लाभ की कीमत हम अपनी सेहत से नहीं चुका सकते, इसलिए इसे नियंत्रण हेतु हमें अभी से प्रयास करने होंगे जब तक कि बहुत देर न हो जाएं।
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