‘मुन्ना माइकल’ में टाइगर श्रॉफ पुराना रूप दोहराते रहे

इस सप्ताह प्रदर्शित फिल्म ‘मुन्ना माइकल’ टाइगर श्रॉफ की एक और ऐसी भूमिका वाली फिल्म है जोकि आप पहले भी कई बार देख चुके हैं। यदि फिल्म की कहानी और संवादों को छोड़ दिया जाये तो फिल्म में टाइगर का जाना पहचाना रूप ही नजर आयेगा। फिल्म में जरूर कुछ डांस मूव्स ऐसे हैं जोकि आपको ‘वाह’ कहने पर मजबूर करेंगे। निर्देशक शब्बीर खान की यह फिल्म मनोरंजन की सभी कसौटियों पर तो नहीं खरी उतरती लेकिन टाइम पास जरूर है। फिल्म की कहानी मुन्ना (टाइगर श्रॉफ) और महिन्दर फौजी (नवाजुद्दीन सिद्दीकी) के इर्दगिर्द घूमती है। मुन्ना कोरस डांसर माइकल (रॉनित) के साथ रहता है क्योंकि वह अनाथ है। मुन्ना की ख्वाहिश बड़ा होकर माइकल जैक्सन जैसा डांसर बनने की है। एक बार एक गुंडा महिन्दर फौजी उससे डांस सीखने आता है क्योंकि वह एक लड़की दीपिका (निधि) से प्यार करता है और उसे अपने डांस से इम्प्रेस करना चाहता है। मुन्ना और महिन्दर जल्द ही एक दूसरे के अच्छे दोस्त भी बन जाते हैं लेकिन यह दोस्ती तब दुश्मनी में बदल जाती है जब मुन्ना को पता चलता है कि वह जिस लड़की से प्यार करता है उससे महिन्दर भी प्यार करता है। टाइगर श्रॉफ अब टाइप्ड से होते जा रहे हैं। इसमें कोई दो राय नहीं कि वह कड़ी मेहनत करते हैं लेकिन बार बार वही उछल उछल कर फाइटिंग करना, लचीले डांस स्टेप और शर्ट उतार कर एक जैसे डॉयलॉग देख देखकर अब बोरियत होने लगी है। नवाजुद्दीन सिद्दीकी एक बार फिर प्रभावशाली रहे हैं। वह संवादों से ज्यादा अपने चेहरे के भावों से कह देते हैं। निधि अग्रवाल की यह पहली फिल्म है इसलिए अभी उनसे ज्यादा की अपेक्षा करना गलती होगी। अन्य कलाकार सामान्य रहे। फिल्म में हर पंद्रह मिनट पर एक गाना आता है जो फिल्म की गति को बाधित करता है। निर्देशक शब्बीर खान ने पटकथा पर लगता है ज्यादा मेहनत नहीं की है इसलिए इंटरवेल के बाद की फिल्म कई जगह पटरी से उतरती दिखी है।

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