ऑपोओइड संकट से जागरुक करने के लिए आयोजित की गई प्रदर्शनी

स्थानीय निवासियों को सचेत करने के लिए एक प्रदर्शनी के साथ साथ बांटी जाएगी 100 टी-शर्टस, लेकिन अभी फिलहाल यह योजना कुछ वैधानिक उलझनों में फंसी
मिसिसॉगा। कूकसवीले में आयोजित की गई एक जागरुक प्रदर्शनी के अंतर्गत लोगों को नशे के संकट से बचाने का प्रयास किया गया, उन्हें यह संदेश दिया गया कि जो नशे के प्रति आकर्षित होंगे उन्हें यह सिटी प्यार नहीं करता, इसलिए जल्द ही इस आदत को छोड़े और अपने देश व सिटी के प्रति अपना प्यार साबित करें। 37 वर्षीय मार्क डी पेलहम ने कुछ स्वयंसेवकों के साथ मिलकर इस प्रदर्शनी का आयोजन किया, जिसमें हल्के रंग की टी-शर्ट पहनकर लोगों को इस संकट से मुक्त होने की सलाह दी गई और इसके दुष्परिणामों से भी अवगत करवाया गया, गौरतलब हैं कि 31 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय ड्रग ओवरडोज जागरुक दिवस के मौके पर इस प्रदर्शनी का आयोजन कर उन लोगों को समझाने का प्रयास किया गया जो इस नशे के चंगुल में फंस चुके हैं, उन्हें कहा गया कि यह मौका हैं कि आप अंधेरे से उजाले में बाहर आएं, इसके लिए एक विशेष प्रकार की टी-शर्ट भी डिजाइन की गई, परन्तु अभी इसके पहनने में ऐसे लोगों को एक हिचक हैं और संस्था द्वारा भी किसी प्रकार का कोई दबाव नहीं डाला जा रहा हैं। यह एक मानसिक उपचार की तरह आयोजित प्रदर्शनी थी, न कि कोई दबाव डाला जा रहा था, और लोगों को कहा गया कि वह अपनी मर्जी से इस काम को करें न कि किसी के भी दबाव में आएं। गौरतलब हैं कि  केंद्रीय स्वास्थ्य कर्मचारियों के दल प्रिमीयर कैथलीन वीन को एक पत्र द्वारा यह सूचना भी दी और प्राप्त आंकड़ों को देखते हुए यह घोषणा करने को कहा कि ऑपीओईड को एमरजंसी घोषित करें, जिससे इसके रोकथाम के प्रति लोगों को विशेष रुप से युवाओं को और अधिक जागरुक किया जा सकें। इस समस्या का पहले भी उचित हल नहीं निकालने से यह समस्या भयावह रुप ले चुकी हैं और इसके ओवरडोज से मरने वालों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं जो चिंता का विषय हैं।
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