CGI ने भारतीय मूल के अमेरिकियों से हार्वे राहत कार्यों के लिए चंदा जुटाने की अपील

अमेरिका के टेक्सास में भारी तबाही मचाने वाले हार्वे चक्रवात के बाद भारत के महावाणिज्य दूत ने भारतीय प्रवासियों से राहत कार्यों के लिए दस लाख अमेरिकी डॉलर जुटाने की अपील की है। भारत के महावाणिज्य दूत (सीजीआई) अनुपम रे ने भारतीय-अमेरिकी समुदाय से इस भयंकर तूफान से प्रभावित हुए लोगों की सहायता, राहत और पुनर्निर्माण कार्यों के लिए बड़े स्तर पर धनराशि जुटाने में सहयोग देने का अनुरोध किया है। रे ने  बताया, “इसका मकसद समुदाय के धनराशि जुटाने के प्रयासों को मजबूती देना और समुदाय के प्रयासों की एक समुचित तस्वीर प्रस्तुत करना है।” उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य 10 लाख अमेरिकी डॉलर जुटाने का है। रे की इस अपील के बाद भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लोग ह्यूस्टन में भारतीय महावाणिज्य दूतावास पहुंचे। रे ने उन्हें बताया कि गवर्नर ने दक्षिणी टेक्सास और दक्षिणपूर्वी टेक्सास में पुनर्निर्माण के प्रयासों में मदद देने के लिए दो कोष बनाए हैं जिनमें समुदाय के सदस्य अपना योगदान दे सकते हैं और योगदान तथा उसका इस्तेमाल कहां किया जा रहा है इसका पता अपने चंदे के माध्यम पर एक कोड लिखकर लगा सकते हैं।उन्होंने बताया कि इन प्रयासों के पीछे यह इच्छा भी है कि इस क्षेत्र में भारत की छवि और मजबूत हो। यहां मौजूद तीन भारतीय तेल कंपनियों गेल, ऑयल इंडिया और ओएनजीसी ने भी 10-10 हजार अमेरिकी डॉलर दान देने का फैसला किया है। इसके अलावा डेल कंप्यूटर्स के संस्थापक और सीईओ माइकल डेल ने भी घोषणा की कि वह गवर्नर फंड में आने वाली रकम के बराबर दान देंगे। भारतीय अमेरिकी वाणिज्य मंडल के सदस्य जगदीप अहलूवालिया ने कहा कि मंडल कारोबारों की पुन: स्थापना में मदद करेगा। इंडिया हाउस ने प्रत्येक कोष के लिए 50 हजार अमेरिकी डॉलर देने का संकल्प लिया है। आईएसीएफ के निर्वाचित अध्यक्ष महेश वाधवा ने एक लाख अमेरिकी डॉलर देने की घोषणा की है जिसमें से 25 हजार डॉलर वर्तमान अध्यक्ष वनिता पोथुरी की तरफ से दिया जाएगा। श्री सीता राम फाउंडेशन के अरुण वर्मा ने भी दस हजार अमेरिकी डॉलर देने का संकल्प किया है।

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