चीन के साथ व्यापार, पर्यटन, मानव अधिकारों पर बात करेंगे ट्रुडो

औटवा। अगले हफ्ते होने वाली चीन यात्रा के लिए प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो बहुत अधिक प्रोत्साहित हैं, ट्रुडो के कार्यालय द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार यह यात्रा आगामी 3 दिसम्बर से 7 दिसम्बर तक चलेगी, जिसमें दोनों देशों के मध्य व्यापारिक, पर्यटन उद्योग और मानवीय अधिकारों को लेकर कुछ बड़े फैसले होने की उम्मीद जताई जा रही हैं। ट्रुडो सरकार की पूरी कोशिश रहेगी कि मुक्त व्यापार नीति के अंतर्गत चीन भी उनकी योजनाओं में शामिल होवें और वे लोग मिलकर एक नई वैश्विक नीति को अंजाम दे सके। सरकार का यह भी प्रयास रहेगा कि चीन की कर व श्रम व प्राकृतिक मानकों के कारण कैनेडियन रोजगार के क्षय पर नियंत्रण कर सकें और ट्रुडो ने रविवार को दिए अपने संबोधन में कहा कि चीन के साथ सदैव ही कैनेडा के मधुर संबंध रहे हैं और इसे मजबूत करने के लिए सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किए जाएंगे, यद्यपि उन्होंने अभी सरकार की मुक्त वैश्विक योजनाओं का खुलासा नहीं किया बस सरकारी सूत्रों के हवाले से इतना बताया कि सरकार का मुख्य उद्देश्य रोजगार सृजन, मध्यम वर्ग को मजबूती प्रदान करना और कैनेडियन अर्थव्यवस्था को विकसित करना हैं। इस विज्ञप्ति में यह भी कहा गया कि सरकार का मुख्य उद्देश्य अन्य विषयों पर गहन बातचीत के अलावा मानवीय अधिकारों पर भी चर्चा करना रहेगा और इसके लिए कुछ ठोस उपायों पर सहमति बनाएं रखना भी होगा। ट्रुडो द्वारा सुशासन का उदाहरण देते हुए देश में विकास के साथ साथ मानवीय अधिकारों का भी पूर्ण रुप से पालन करना एक आवश्यक कार्य होगा। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो चीन के अनेक वरिष्ठ नेताओं के साथ भेंटवार्ता भी करेंगे जिसमें राष्ट्रपति जिनपिंग के साथ मुलाकात अहम मानी जा रही हैं। उनके पूरे यात्रा कार्यक्रम के अंतर्गत सबसे महत्वपूर्ण गुआनगजेहौवु में अपना वैश्विक व्यापारिक संबोधन रहेगा, जहां विश्व के अन्य वरिष्ठ व्यापारिक नेताओं व निवेशकों का जमावड़ा भी लगेगा।
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