‘जीरो वीजन’ योजना में न्यूयॉर्क की हुई प्रशंसा जबकि टोरंटो की छवि हुई धूमिल

”जीरो वीजन” के अंतर्गत दोनों शहरों ने सड़क हादसों में मृत्यु दर को कम करने का उठाया बेड़ा, ज्ञात हो कि सड़क हादसों में कमी लाने के लिए टोरंटो ने निवेश किए 80 मिलीयन डॉलर बनाई योजनाएं, दूसरी ओर न्यूयॉर्क सिटी ने इसके लिए 1.6 बिलीयन डॉलर की पंचवर्षीय योजना बनाई
टोरंटो। जानकारों के अनुसार न्यूयॉर्क में सड़कों पर पैदल यात्री सबसे अधिक सुरक्षित हैं, मेयर बिल द्वारा प्रत्येक वर्ष जनवरी में सड़क हादसों से होने वाली मृत्यु का आंकड़ा प्रस्तुत किया जाता हैं, जिसके अनुसार गत वर्ष 2017 में इस मृत्यु दर में 32 प्रतिशत की कमी आई हैं जोकि 1910 के पश्चात सबसे कम मृत्यु का रिकॉर्ड प्रस्तुत कर रहा हैं। उधर टोरंटो में कहानी का रुख दूसरा हैं, इतने प्रयासों के बावजूद यहां वर्ष 2017 की समाप्ति तक 42 पैदल यात्रियों की मृत्यु की पुष्टि की गई जोकि वर्ष 2016 से केवल एक कम हैं। दुर्भाग्य की बात यह हैं कि इस वर्ष के 17 दिन के अंदर ही यहां सड़क दुर्घटना में पांच लोगों की मृत्यु हो गई जिसमें से एक पांच वर्ष की छोटी बच्ची हैं। पिछले दशकों में यदि तुलना की जाएं तो वर्ष 2017 सबसे अधिक दुर्घटनाओं वाला वर्ष माना जाएगा, गौरतलब हैं कि इतने प्रयासों और धन निवेश के बावजूद यहां कोई भी अच्छा परिणाम नहीं निकल सका। वाक टोरंटो के एडवोकेट मौरीन कायली ने कहा कि टोरंटो को न्यूयॉर्क से उसकी योजनाओं को सीखना होगा, तभी इस ”जीरो वीजन” को प्राप्त किया जा सकेगा, केवल धन निवेश करने से सही लक्ष्य की प्राप्ति नहीं हो सकेगी। यह जानना होगा कि आखिर त्रुटि कहां हो रही हैं, जिससे प्राप्त लक्ष्य को समय पर नहीं पाया जा सक रहा। उन्होंने आगे कहा कि योजना पूर्ति के लिए धन की भी कोई कमी नहीं की जा रही, न्यूयॉर्क सिटी उत्तरी अमेरिका के समृद्ध शहरों में से एक हैं, परंतु यहां भी अन्य शहरों की तुलना में केवल एनव्हाईसी में ही जीरो वीजन की सफलता सामने आई हैं। सूत्रों के अनुसार मेयर जॉन टोरी भी पिछले कई दिनों से यातायात प्रबंध सुधारों में प्रयासरत हैं परंतु उन्हें भी अभी तक कोई बड़ी सफलता नहीं मिल पाई हैं जिसका उन्हें खेद हैं, लेकिन अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि वह इससे हार नहीं मानेंगे और इस वर्ष भी जीरो वीजन की प्राप्ति के लिए अपना पूर्ण प्रयास प्रारंभ करेंगे और उन्हें यह आशा हैं कि इस वर्ष अन्य वर्षों की तुलना में श्रेष्ठ परिणाम सामने आएंगे।
प्रधानमंत्री ट्रुडो ने तमिल समुदाय के साथ मनाया पोंगल
औटवा।  प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने गत बुधवार को यहां तमिल समुदाय के लोगों के साथ पोंगल त्योहार मनाया और उन्हें षुुभकामनाएं दीं। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट से मिली। उन्होंने ट्वीट कर तमिल अप्रवासियों को बधाई दी और पोंगल पर्व मनाते हुए अपनी तस्वीर भी ट्विटर पर साझा किया। इस अवसर पर ट्रुडो पारंपरिक तमिल परिधान धोती, पीले रंग की रेषमी कमीज और अंगवस्त्र धारण किए हुए थे।
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