गुमशुदा व मृतक महिलाओं की लंबित जांचों को पुन: प्रारंभ करेगी सरकार : पीएम

औटवा। प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो ने एक बार फिर से महिलाओं के प्रति अपनी निष्ठा दिखाते हुए कहा हैं कि लंबे समय से चल रही महिलाओं के गुमशुदगी और हत्या आदि के मामलों की जांचें पुन: प्रारंभ की जाएगी, विशेष रुप से स्वदेशी महिलाओं और लड़कियों के वे केस जिनका हल कई वर्षों से लंबित पड़े हुए हैं। ट्रुडो ने आगे कहा कि इसके लिए केंद्रीय स्तर पर एक आयुक्त की नियुक्ति की गई हैं जो इन जांचों को महत्व के आधार पर पुन: जांचेगा और शीघ्र ही इसके परिणामों को सार्वजनिक रुप से प्रस्तुत करेगा। उन्होंने यह भी माना कि यह एक चुनौती पूर्ण कार्य हैं, परंतु जल्द ही हम इस पर नियंत्रण करके इसे हल कर लेंगे और लंबे समय से न्याय के इंतजार में बैठे लोगों को इंसाफ देने में कुछ हद तक मदद कर सकेंगे।उन्होंने उन परिजनों को आग्रह किया कि अपनी आपबीती को आयुक्त के पास आकर सुनाएं जिससे जल्द ही उनकी समस्या का हल निकाला जा सके और उनके साथ हुए अन्याय का इंसाफ मिल सके। उन्होंने आगे कहा कि इस कार्य के पहले भी कुछ लोगों की नियुक्ति की गई थी, परंतु नई नियुक्ति से उनके कार्यों में कोई व्यवधान नहीं आएगा इस बात की भी पुष्टि कर ली गई हैं, उनके द्वारा प्राप्त आंकड़ों से भी मदद ली जाएगी। क्राउन-स्वदेशी कार्यक्रम मंत्री कैरोलीन बैनेेट ने कहा कि उन्हें पहले इस बात की चिंता थी कि नई नियुक्ति उनके पूर्व के कार्यों में कुछ व्यवधान पैदा कर सकता हैं, परंतु पीएम के वादे के पश्चात इस बात की संतुष्टि हो गई हैं। औटवा की दोनों विपक्षी पार्टियों ने भी पहले से ही इस प्रकार के आयुक्त की नियुक्ति की बात में अपनी सहमति जताई हैं, गौरतलब हैं कि ट्रुडो सरकार को सत्ता में आए लगभग दो वर्ष बीत गए हैं और इस दौरान उन्होंने इस कार्य हेतु 53.8 मिलीयन डॉलर का निवेश केवल महिलाओं और लड़कियों के अपराध को रोकने में किए हैं। गत दिसम्बर में, संसद सत्र के दौरान भी इस मुद्दे के हल हेतु एक और ज्ञापन की स्वीकृति दी गई जिससे सरकार को इस कार्य को पूर्ण करने में और अधिक मदद मिल सके।
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