‘पीपलकाइंड’ कहना भारी पड़ा ट्रुडो को, मांगनी पड़ी माफी

प्रधानमंत्री ट्रुडो ने कहा – मजाक में मेरा रिकार्ड अच्छा नहीं
औटवा। गत दिनों टाउन हॉल में आयोजित एक सभा के दौरान बिना सोचे समझे की गई टिप्पणी का हर्जाना प्रधानमंत्री ट्रुडो को भरना पड़ा। टाउन हॉल मीटिंग में प्रधानमंत्री ने महिला को ‘मैनकाइंड’ की जगह ‘पीपलकाइंड’ शब्द का इस्तेमाल करने की सलाह दी थी।   प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो को अपना मजाक भारी पड़ गया और उन्हें माफी मांगनी पड़ी। दरअसल, टाउनहॉल मीटिंग में उन्होंने महिला को ‘मैनकाइंड’ की जगह ‘पीपलकाइंड’ शब्द का इस्तेमाल करने की सलाह दी थी। ट्रुडो के आलोचकों का कहना है कि पीपलकाइंड शब्द इंग्लिश डिक्शनरी में नहीं है। एडमंटन इवेंट में धार्मिक चैरिटी पर चर्चा के दौरान एक महिला द्वारा मैनकाइंड शब्द का प्रयोग करने पर ट्रुडो ने टोकते हुए ‘पीपलकाइंड’ शब्द का प्रयोग करने को कहा।उनके अनुसार मैनकाइंड शब्द में पुरुष प्राथमिकता को दर्शाया गया हैं, जबकि यह शब्द सबके लिए अर्थात् मानवता का सूचक हैं इसलिए इसे मैनकाइंड के स्थान पर पीपलकाइंड बोलना उचित होगा। कोमल हृदय के ट्रुडो को जल्द ही अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने इसके लिए सार्वजनिक रुप से माफी भी मांगी। रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटिश टीवी ब्रॉडकास्टर पायर्स मोर्गन व आस्ट्रेलियाई स्तंभकार रीता पनाही राजनीतिक तौर पर सही होने के लिए भी ट्रुडो के आलोचक थे। गार्जियन के अनुसार, ट्रुडो ने कहा – आप सब जानते हैं कि चुटकुले और मजाक को लेकर मेरा रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है। कुछ दिनों पहले मैंने एक मजाक किया था जो वायरल हो गया। इसलिए मुझे मजाक नहीं करना चाहिए चाहे वह कितना भी हास्यपद लगे।  गौरतलब हैं कि सभा में महिला ने कहा था, ‘मातृत्व स्नेह ऐसा स्नेह है जो मैनकाइंड  (मानवजाति) के भविष्य को बदलने जा रहा है।’ ट्रुडो ने हाथ हिलाते हुए बीच में बोला ‘मैनकाइंड’ की जगह ‘पीपलकाइंड’ बोलना ज्यादा उपयुक्त है। ट्रुडो ने अपने संबोधन में कहा कि इसी प्रकार उनकी शिकागो यात्रा के दौरान में उनके मजाक का गलत अर्थ निकाल लिया गया था, जिसे बाद में उन्हें स्पष्टीकरण करना पड़ा। यद्यपि यूनिवर्सिटी ने ट्रुडों को टॉप वाचकों की सूची में सबसे ऊपर का स्थान दिया था।
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