फूड गाईड को लेकर चुनाव पूर्व प्रचार हुआ आरंभ

– जानकारों के अनुसार देश की मुख्यत: दो प्रमुख पार्टियों के मध्य होने वाला है कड़ा मुकाबला
औटवा। लिबरलस द्वारा प्रसारित पुस्तक फूड गाईड को लेकर विपक्षी पार्टी प्रोगरेसीव कंजरवेटिवस के प्रमुख एंड्रू शीर का कहना है कि इस पुस्तक की समीक्षा अत्यंत आवश्यक हैं। इसमें बताई गई कई बातों बिना किसी परामर्श के ही प्रकाशित कर दी गई हैं, जिसकी समीक्षा अत्यंत आवश्यक हैं। कंजरवेटिव वित्तीय समीक्षक पैयेरी पॉएलीवरे ने प्रधानमंत्री द्वारा प्रचार के लिए अपने पूर्व मंत्री गेराल्ड बट्स की नियुक्ति पर भी प्रशन उठाएं और कहा कि जिस व्यक्ति पर स्वयं भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं वे सत्ताधारी पार्टी का प्रचार अभियान कैसे संभालेगें? ज्ञात हो कि लगभग तीन माह शेष बचे चुनावों के लिए अब सभी पार्टियां खुलकर सामने आ गई हैं और एक-दूसरे के ऊपर आरोप-प्रत्यारोप का युग आरंभ हो गया हैं। विशेषज्ञों के अनुसार देश में मुख्य चुनावी लड़ाई लिबरलस और प्रोगरेसीव कंजरवेटिवस के मध्य हैं, जिनके बीच कांटे की टक्कर होने की संभावना जताई जा रही हैं। फूड गाईड में बताई बातों के ऊपर टिप्पणी करते हुए एंड्रू शीर ने कहा कि हमारी पार्टी पूर्ण रुप से ईमानदार हैं जबकि लिबरलस स्वार्थी हैं और केवल अपने लाभ के बारे में विचार करते हैं जबकि लिबरलस का कहना है कि हमने फूड गाईड का प्रकाशन वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर किया हैं और कंजरवेटिवस केवल मिथ्या प्रचार पर भरोसा करते हैं और लोगों को भ्रमित करके सत्ता हथियानें का प्रयास कर रहे हैं, जिसके लिए लिबरलस सतर्क हैं और वे कतई भी ऐसा नहीं होने देगी। पीसी वित्तीय समीक्षक का कहना है कि जिस पार्टी के मुख्य प्रचारक मंत्री स्वयं भ्रष्टाचार के आरोप में लिप्त हो तो ज्ञात कर लेना चाहिए कि वे पार्टी स्वयं कैसी होगी? गौरतलब है कि पार्टी के पूर्व सचिव के अलावा बटस प्रधानमंत्री के अत्यंत अभिन्न मित्र भी हैं, जिन्होंने एसएनसी-लेवालिन विवादों के कारण अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। वैसे बटस प्रारंभ से ही कहते रहे थे कि उनका इस विवाद से कोई संबंध नहीं हैं और उन्हें इस विवाद में फंसाया जा रहा हैं। एसएनसी-लेवालिन विवादों के पश्चात पार्टी की छवि पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ा हैं जोकि सर्वे रिपोर्ट में स्पष्ट नजर आ रहा हैं पिछले दिनों हुए सर्वे में लिबलरस की छवि बहुत खराब हुई हैं और उनकी जीत प्रतिशतता भी काफी गिर गई हैं, जिसके लिए बटस को बहुत अधिक मेहनत करनी पड़ेगी। बटस ने अपने संबोधन में कहा कि उन्हें इन चुनावों में ऐसी भूमिका तैयार करनी होगी जिससे लोगों को वास्तविकता का ज्ञान करवाया जाएं और हमें पूर्ण उम्मीद है कि सकारात्मक सोच के साथ किया गया कोई भी कार्य हमेशा सफल ही होगा।

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