आतंकरोधी बल का गठन करेगा पाकिस्तान

इस्लामाबाद। पेशावर में आर्मी स्कूल पर हमले के बाद आतंकियों से निपटने के लिए पाकिस्तान सरकार ने आतंकरोधी बल का गठन करने का फैसला किया है। इस बल में 5000 सैनिक होंगे। गृहमंत्री चौधरी निसार अली के हवाले से रेडियो पाकिस्तान ने बुधवार को यह जानकारी दी।

इस बल को तैयार और प्रशिक्षित करने की जिम्मेदारी सेना पर होगी। इस बल के एक-एक हजार सैनिक देश की राजधानी इस्लामाबाद और चार प्रांतों खैबर पख्तुनख्वा, पंजाब, सिंध व बलूचिस्तान में तैनात किए जाएंगे।

ये कदम भी उठाएंगे

आतंकियों से निपटने के लिए सरकार द्वारा गठित राष्ट्रीय कार्ययोजना समिति की बैठक में कई और कदमों पर भी सहमति बनी। गृह मंत्री ने बताया कि सदस्यों ने इंटरनेट पर आतंकियों और उनकी गतिवधियों का महिमामंडन करने वाली सामग्रियों पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की मांग की।

साथ ही मीडिया में आतंकियों का महिमामंडन पूरी तरह से रोकने के लिए आवश्यक कानून जल्द लाने की बात भी उन्होंने कही। उन्होंने बताया आतंकवाद को खत्म करने के लिए नागरिक और सैन्य नेतृत्व के बीच प्रभावशाली समन्वय पर भी सदस्यों ने सहमति जताई है।

असाधारण फैसलों पर जोर

बैठक में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि देश से आतंकवाद का सफाया करने के लिए राजनैतिक नेतृत्व को मजबूत और निर्णायक फैसला लेना होगा। उन्होंने कहा कि देश असाधारण स्थिति से गुजर रहा है, इसलिए असाधारण कदम उठाने की जरूरत है।

ये थे मौजूद

बैठक में नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता खुर्शीद शाह, सीनेट में विपक्ष के नेता एतजाज अहसान, तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के मुखिया इमरान खान, मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट के नेता फारूक सत्तार, एनपी नेता गुलाम अहमद बिल्लौर आदि मौजूद थे।

पेशावर की वीभत्स घटना ने पूरे देश को एक सूत्र में बांध दिया है। अब देश सही फैसले के लिए हमारी ओर देख रहा है। यदि हम इस खतरे से देश को उबारने में असफल रहे तो इतिहास और देश हमें माफ नहीं करेगा।

 

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