आइएस से लड़ने को ओबामा ने मांगा ‘युद्ध’ का अधिकार
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस्लामिक स्टेट (आइएस) के समूल नाश के लिए कांग्रेस से युद्ध का अधिकार मांगा है। प्रस्ताव को मंजूरी मिलने पर अमेरिका अकेले ही आइएस के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू कर सकेगा। फिलहाल वह आइएस के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय गठबंधन में शामिल है। भौगोलिक क्षेत्र का ब्योरा दिए बगैर ओबामा ने कांग्रेस से तीन वर्षो के लिए यह शक्ति देने का अनुरोध किया है।
उनके मुताबिक आइएस हारने की कगार पर है, ऐसे में कांग्रेस से मंजूरी मिलने पर आतंकी संगठन को जड़ से समाप्त किया जा सकेगा। व्हाइट हाउस में ओबामा ने कहा, ‘यह एक कठिन अभियान है और फिलहाल ऐसा ही रहेगा, लिहाजा कोई भी गलती न की जाए। आतंकियों को समाप्त करने में (खासकर शहरी क्षेत्रों से) अभी कुछ और वक्त लगेगा।
हमारा गठबंधन आक्रमण की स्थिति में है, जबकि आतंकी बचाव की मुद्रा में आ गए हैं। आइएस अब हारने वाला है।’ बकौल ओबामा अतंरराष्ट्रीय गठबंधन आतंकी संगठन के ठिकानों, टैंकों व महत्वपूर्ण प्रशिक्षण शिविरों को तबाह कर चुका है। आपूर्ति सेवाओं को भी ध्वस्त कर दिया गया है, जिससे उन्हें भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
आइएस के शीर्ष कमांडरों और नेताओं को भी खत्म किया जा रहा है। मंजूरी के लिए कांग्रेस को भेजे गए मसौदे में ओबामा ने आइएस को पूरी तरह नष्ट करने की अमेरिकी नीति की भी दलील दी है। सांसदों को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि युद्ध की अनुमति मिलने से यह संदेश जाएगा कि अमेरिका आतंकियों के खिलाफ लड़ने के वादे पर दृढ़ है। राष्ट्रपति ने आइएस को अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरा बताया।
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