ह्वाइट हाउस में आतंकवाद संबंधी सम्मेलन में भारत भी
वाशिंगटन। हिंसक चरमपंथ से मुकाबला करने के लिए अमेरिका के ह्वाइट हाउस में शुरू हो रहे शिखर सम्मेलन में भारत समेत 60 से अधिक देश भाग ले रहे हैं। यह सम्मेलन ऐसे समय पर आयोजित किया जा रहा है जब आइएस की गतिविधियां लगातार बढ़ रही हैं। फ्रांस एवं डेनमार्क में हाल ही में आतंकी हमले हुए हैं।
वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि घरेलू स्तर पर बढ़ते आतंकवाद के मद्देनजर तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन के पहले दो दिन घरेलू चरमपंथ पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। सम्मेलन के आखिरी दिन यानी बृहस्पतिवार को 60 से अधिक देशों के प्रतिनिधि विदेशी आतंकियों सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
इस सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व शक्तिशाली संयुक्त खुफिया समिति के अध्यक्ष आर एन रवि कर रहे हैं। भारत पिछले कई दशकों से विदेश समर्थित आतंकवाद और नक्सलियों एवं माओवादियों समेत घरेलू हिंसक चरमपंथ की चुनौतियों का सामना कर रहा है।
एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा, ‘यह हिंसक चरमपंथ को रोकने और निपटने के लिए हमारे वैश्विक गठबंधन को विस्तृत और असरदार करने का एक समग्र एवं बहुत महत्वाकांक्षी एजेंडा है।’ अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के नेतृत्व में विदेश मंत्री जॉन केरी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुजैन राइस समेत प्रशासन के शीर्ष अधिकारी ह्वाइट हाउस सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
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