कैनेडा ने इस्लामिक स्टेट के विरुद्ध लड़ाई के प्रोग्राम में एक साल की वृद्धि की योजना बनाई
* सीरिया पर हवाई हमले भी किए जाएंगे
कैनेडा : कैनेडा के प्रधान मंत्री इस्लामिक स्टेट के विरुद्ध अपने फौजी मिशन में एक साल की वृद्धि करने का ऐलान करेंगे तथा साथ ही सीरिया में इस्लामिक स्टेट के नेताओं के ठिकानों को निशाना हवाई हमलों द्वारा बना कर अपने मिशन की सीमा को और बढ़ाया जाएगा। यह जानकारी सरकार के एक बहुत सीनियर अधिकारी ने सोमवार को दी। अधिकारी ने कहा कि प्रधान मंत्री स्टीफन हार्पर इस कार्यक्रम का ऐलान मंगलवार को सुबह संसद में एक बिल पेश करके करेंगे। अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उसे ऐसी कोई भी जानकारी सार्वजनिक करने का अधिकार नहीं है। हार्पर के कार्यालय से जारी की गई जानकारी में कहा गया है कि प्रधानमंत्री स्वयं इस मिशन के बारे में विवरण जारी करेंगे। ज्ञात रहे कि अप्रैल माह के अंत में इस्लामिक स्टेट के विरुद्ध शुरू किए अभियान का समय भी खत्म होने जा रहा है। संसद में एक बिल पेश करके इस मिशन को 30 मार्च 2016 तक आगे बढ़ाया जाएगा। प्रस्ताव को पढ़ते हुए बताया गया कि आई.एस.आई.एल. के खतरे को भांपते हुए उसके विरुद्ध अभियान को और मजबूत व फैलाने की सख्त आवश्यकता है। इसके साथ-साथ सीरिया में उनके ठिकानों को हवाई हमलों द्वारा निशाना भी बनाया जाना चाहिए। सदन ने सरकार के इस फैसले का समर्थन करते हुए कैनेडा की फौजों को एक साल और लड़ाई करने अनुमति दे दी है। इस प्रकार कैन्ेडियन मिशन को संसद की प्रवानगी की आवश्यकता नहीं रहेगी, बल्कि इस पर सहमति बनाने के लिए वोट डलवा ली जाएगी। यह प्रस्ताव मंजूर भी हो जाएगा, क्योंकि स्टीफन हार्पर की कंजरवेटिव पार्टी का संसद में बहुमत है। उल्लेखनीय है कि कैनेडा ने उत्तरी इराक में कुर्दों की सहायता के लिए 69 विशेष फौजियों को प्रशिक्ष्ज्ञण देने के लिए केंद्र बनाए हुए हैं। फौजों को पिछले सितम्बर माह में भेजा गया था। इन फौजों को इस्लामिक स्टेट के मैंबरों के साथ सीधे तौर पर लड़ाई के आदेश दिए गए थे, पर यह फौजें सीधे तौर पर जंग न करके कुर्द फौजों की सहायता कर रही हैं। कैनेडा सरकार का मानना है कि कैनेडियाई फौजें जंग को खत्म करने के किनारे पर पहुंच चुकी हैं। अचानक फौज को वापस बुलाने से स्थिति दोबारा बिगड़ सकती है। इसलिए अभी तक एक साल और फौजों का वहीं रहना बहुत जरूरी है। कैनेडा की फौज हवाई हमलों द्वारा आतंकवादियों के ठिकानों को तबाह करना चाहती हैं, पर इस काम में अमेरिकी फौजें उसका साथ देने को तैयार नहीं हैं। याद रहे कि इस माह के शुरू में कुर्द फौजों के साथ दोस्ताना जंग के दौरान कैनेडा का एक फौजी मारा गया था। प्रस्ताव में कहा गया है कि कैनेडा न सिर्फ इस मिशन को एक साल बढ़ाना चाहता है, बल्कि इस मिशन के अंदर 6 सीएफ 18 लड़ाकू जहाज, एक टैंकर क्राफ्ट, दो निगरानी जहाज व एक एयर लिफ्ट क्राफ्ट भी शामिल करना चाहता है। कुवैत में 600 हवाई पुरुष व महिलाएं भी शामिल किए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि अमेरिका को छोड़ कर कैनेडा पहला ऐसा नाटो देश होगा, जो सीरिया में हवाई हमले शुरू करेगा। बहरीन, साऊदी अरब, जारडन व यू.ए.ई. सीरिया में हवाई हमले कर रहे हैं।
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