हेल्थ कैनेडा ने भारत स्थित दवा की एपोटेक्स की २ फैक्ट्रियों सहित ३ पर प्रतिबन्ध लगाया

Health Canadaएक तरफ भारतीय प्रधानमंत्री मेक इन इंडिया का राग अलाप रहे हैं वहीं अमेरिका द्वारा छ: महीने पूर्व विश्व प्रसिद्ध दवा कंपनी एपोटेक्स पर प्रतिबन्ध लगाने के बाद कैनेडा ने भी उसी तर्ज पर एपोटेक्स की भारत स्थित २ दवा कम्पनियों मे दवा बनाने या दवा के अन्य तत्वों को बनाने पर प्रतिबन्ध लगा दिया है।  स्वास्थ्य मंत्री रोना एम्ब्रोस ने बताया कि उन्हे एफडीए द्वारा कल प्राप्त जानकारी के कारण हेल्थ कैनेडा का भारत स्थित उपरोक्त तीनो कम्पनियों द्वारा बनाई गई दवाओं की सुरक्षा व क्वालिटी से विश्वास उठ गया है।  अभी तक हेल्य कैनेडा ने इन कम्पनियों में बनी दवाओं को वापस भेजने का निर्णय नहीं लिया है। स्वास्थ्य मंत्री ने यह निर्णय टोरंटो स्टार मे कैनेडा मे कार्यरत फार्मास्युटिकल कम्पनियों से डील करने में हेल्थ कैनेडा इन्स्पेक्टरों के प्रभावहीनता पर लगातार छप रही रिपोर्टों के आधार पर लिया।
यह बैन एपोटेक्स फार्माचेम इन्डिया प्राइवेट लिमिटेड, एपोटेक्स रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड और आइपीसीए लेबोरेटरीज पर लगाया गया है। उल्लेखनीय है कि इस साल के प्रारम्भ मे एफडीए ने एपोटेक्स की दो फैक्टरियों के कर्मचारियों द्वारा  दवा और दवा से जुड़े अन्य पदार्थों के सैम्पल के बारे मे धूर्तता करने , झूठ बोलने और रिकार्डों को नष्ट करने का दोषी पाया था। इस मामले मे अमेरिका ने पहले से उपरोक्त तीनो कम्पनियों से आयात पर बैन लगा रखा है। स्वास्थ्य मंत्री एम्ब्रोस ने हाउस आफ कामन्स मे बताया कि हेल्थ कैनेडा ने एपोटेक्स से प्रभावित कम्पनियों मे बनी दवाओं को स्वेच्छा से नष्ट करने का सुझाव दिया था, एपोटेक्स ने हेल्थ कैनेडा के इस प्रस्ताव को कार्यन्वित करने से इन्कार कर दिया है और अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार टसल जारी है। उपरोक्त कम्पनियों मे कैनेडियन उपभोक्ताओं के जेनरिक ब्लड प्रेशर, एन्टीहाइन्स्टामिन्स और अन्य दवायें बनायी हैं। एम्ब्रोस ने कहा कि भारत स्थित तीनो दवा फैक्टरियों पर तब तक प्रतिबन्ध जारी रहेगा जब तक वे हेल्थ कैनेडा के स्तर व क्वालिटी के अनुरूप दवाओं का उत्पादन नहीं करती।
हेल्थ कैनेडा का कैनेडा के सभी राज्यों व संघ शासित क्षेत्रों से वार्तालाप जारी है, अगर यह पाया जाता है कि इन दवाओं को इन फैक्टरियों के अलावा कहीं और नहीं बनाया जा सकता तभी इन्हे प्रतिबन्धों से स्पेशल छूट दी जा सकती है, वह भी तब जब ये फैक्टरियां इन्डिपेन्डेन्ट लेबोरेटरी मे अपनी क्वालिटी को प्रूव करें।

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