सांसदों के फोन टैपिंग मामले की होगी जांच, राज्यसभा में सरकार ने दिया भरोसा
नई दिल्ली। राज्यसभा में बहस के दौरान आज सांसदों की फोन टैपिंग का मुद्दा उठा। राज्य सभा मेंं विपक्ष के नेता आनंद शर्मा ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया। इस पर सरकार की ओर से जवाब देते हुए भाजपा नेता व सांसद मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि वे इसकी जांच कराएंगे। समाजवादी पार्टी के सांसद नरेश अग्रवाल और कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने इस मुद्दे को सदन में उठाया। अग्रवाल ने कहा कि फोन टैपिंग की रिपोर्ट को सदन में पेश करने से सांसदों की प्राइवेसी का उल्लंघन होगा। रिपोर्ट के मुताबिक, सांसदों की कॉल डिटेल बाहर निकाली जा सकती है। ये प्राइवेसी का गंभीर उल्लंघन है. सरकार ने दिया जांच का भरोसा आंनद शर्मा ने कहा कि फोन टैपिंग का मामला काबू से बाहर होता जा रहा है। सांसद, वरिष्ठ नौकरशाह और न्यायपालिका के सदस्य इसकी शिकायत कर रहे हैं। मुख्तार अब्बास नकवी ने नरेश अग्रवाल और आंनद शर्मा के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि इसकी जांच कराई जाएगी। अरुण जेटली का हुआ था फोन टैप मामला वित्त मंत्री अरुण जेटली की फोन टैपिंग से जुड़ा है। इस मामले पर बनी कमिटी का कहना है कि ये विशेषाधिकार का उल्लंघन नहीं है। नकवी ने सदन को भरोसा दिलाया कि रिपोर्ट पहले से सदन के पास है और इस पर फैसला सदस्यों के मुताबिक ही लिया जाएगा। वहीं इससे पहले बुधवार को लोकसभा में जीएसटी से जुड़े संविधान संशोधन विधेयक को दो तिहाई बहुमत से मंजूरी दे दी गई। कांग्रेस ने इसे संसद की स्थायी समिति को भेजे जाने की मांग के साथ सदन से वाकआउट कर इस पर होने वाली वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। कांग्रेस के इस कदम से राज्यसभा में इस बिल के पारित होने की संभावनाओं पर प्रश्नचिन्ह लग गया है।
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