मोदी के संदेश से चीनी बौद्ध भिक्षु चकराए
बीजिंग। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक लिखित संदेश से चीन के प्रसिद्ध बौद्ध मंदिर के भिक्षु चकरा गए हैं। दरअसल, गुजराती भाषा में लिखे उनके संदेश को सही तरीके से समझने के लिए उन्होंने भारतीय अनुवादक की मदद लेनी पड़ी है। उल्लेखनीय है कि मोदी ने अपनी तीन दिवसीय चीन यात्रा के दौरान गुजरात से गए एक भारतीय विद्वान धर्मगुप्ता के शांग्जी प्रांत के शियान में स्थित दाशिंगशान मंदिर में प्रवास करने का उल्लेख किया था। मंदिर के रेजिस्टर में लिखे अपने दो पृष्ठ के संदेश में उन्होंने सुई साम्राज्य (581-618) के गुजराती बौद्ध भिक्षु के इस मंदिर में प्रवास करने का वर्णन किया था। लेकिन इस संदेश के गलत अनुवाद के कारण धर्मगुप्ता को लेकर गुजराती ग्वान शिंग्जे नामक भिक्षु का भ्रम हो गया। लिहाजा, प्राचीन बौद्ध दाशिंगशान मंदिर में लिखे मोदी के संदेश को सही तरीके से समझने के लिए शियान उत्तर-पश्चिम यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ली लियन ने मंदिर के वरिष्ठ विद्धानों से संपर्क साधा और अपने एक मित्र से उसका सही चीनी अनुवाद कराया।
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