सामने से गले मिलकर पीठ में खंजर घोंपता है चीन
मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीन दौरे को लेकर भाजपा से दूरी बनाते हुए शिवसेना ने कहा है कि पड़ोसी देश की नीति सामने से गले लगाकर पीठ में खंजर घोंपने की है। शिवसेना के मुखपत्र सामना के सोमवार को प्रकाशित संपादकीय के अनुसार, हमारा अनुभव कहता है कि चीन सामने से गले लगाकर पीठ में खंजर घोंपने की नीति में विश्वास करता है। एक तरफ वह प्रधानमंत्री मोदी का जोरदार स्वागत करते हैं, लेकिन दूसरी तरफ भारत के नक्शे से कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को गायब कर देते हैं। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी के दौरे की रिपोर्टिग करते हुए सरकारी टीवी चैनल सीसीटीवी ने भारत के नक्शे को जम्मू-कश्मीर के और अरुणाचल के बिना दिखाया था। चैनल ने दोनों राज्यों के हिस्से को चीन के नक्शे में जोड़कर भी दिखाया था। संपादकीय में लिखा गया है, जहां तक भारत के नक्शे से अरुणाचल और जम्मू-कश्मीर को हटाकर दिखाने का सवाल है, चीन इस गलती को कभी नहीं सुधारेगा। भारत को इसे समझने की जरूरत है। शिवसेना ने पूछा है कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के दौरे के वक्त अगर भारत ने तिब्बत को चीन के नक्शे से हटा दिया होता तो क्या चीन की जनता इसे बर्दाश्त कर लेती? तिब्बत को लेकर हम कभी भी इस तरह का साहस नहीं दिखा सकते। मुखपत्र में आगे लिखा गया है कि पाकिस्तान को पूरी तरह चीन का समर्थन हासिल है। वह पाकिस्तान को हथियार और गोला-बारूद देता है। आतंकवाद के अलावा, पाकिस्तान के पास खुद कुछ भी नहीं है। ऐसे में उसे बाकी हर चीज के लिए चीन पर निर्भर रहना होगा।
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