दक्षिण चीन सागर पर अमेरिका के सुर नरम

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सिंगापुर। दक्षिण चीन सागर में चीन की ओर से द्वीपों को विकसित करने के मुद्दे पर अमेरिका ने अपने तेवर कुछ ढीले किए हैं। चीन पर सुरक्षा को खतरा पहुंचाने का आरोप लगाने वाले अमेरिकी रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर ने विवादित क्षेत्र में दावा ठोकने वाले अन्य देशों की भी गलती मानी। लेकिन बीजिंग अब भी अपने दावे पर कायम है। अमेरिका के रुख में आए बदलाव पर चीन के मेजर जनरल जिन यिनान ने कहा कि दक्षिण चीन सागर के मुद्दे पर कोई प्रगति नहीं हुई है, लेकिन सभी पक्षों के तर्कसंगत रवैये से माहौल में कुछ सुधार हुआ है। शांगरी-ला वार्ता में शामिल होने के लिए चीन की ओर से सिंगापुर पहुंचे यिनान ने कहा कि अमेरिका के रवैये में पहले की अपेक्षा थोड़ा बदलाव आया है। चीन के प्रतिनिधिमंडल की अध्यक्षता कर रहे उप-सेनाध्यक्ष एडमिरल सुन जियांग्यो ने कहा कि बीजिंग शांतिपूर्ण संबंध बनाने को लेकर पूरी तरह समर्पित है। हालांकि, उन्होंने दक्षिण चीन सागर पर चीन दावे को निर्विवाद और ऐतिहासिक तथ्य बताया।

गौरतलब है कि इस मसले पर ओबामा प्रशासन को विपक्षियों के भारी दबाव का सामना करना पड़ रहा है। उसके चलते ही कार्टर को सख्त बयान तक देना पड़ा। सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति के अध्यक्ष रिपब्लिकन सीनेटर जॉन मैक्केन दक्षिण चीन सागर पर सरकार के रवैये की कड़ी आलोचना करते रहे हैं।

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