बेटियों को दिल्ली न भेजें, वहां मनमोहन हैं: मोदी
रायपुर ,19 मई 2013 – अपनी जवान बेटियों को दिल्ली न भेजें, क्योंकि वहां मनमोहन सिंह बैठे हुए हैं।’ केंद्र सरकार की खिंचाई करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में मंच से यह बात कही, तो न तो तालियां थीं और न ही हंसी का ठहाका। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग बेशर्म हैं। जेल जा रहे हैं, लेकिन सुधरने को तैयार नहीं हैं। वह दिन दूर नहीं, जब बैंकों में भी कोयला रखने के लिए लॉकर खोले जाएंगे।
छत्तीसगढ़ में रमन सिंह की विकास यात्रा के दूसरे चरण की समाप्ति पर मोदी ने मंच से दिग्विजय सिंह से लेकर राहुल गांधी तक की जमकर खिल्ली उड़ाई, लेकिन पहली बार बिना नाम लिए नीतीश कुमार को भी कठघरे में ला खड़ा किया। मोदी का कहना था कि किसी भी मुख्यमंत्री का जनता के बीच जाना साहस भरा काम होता है। रमन सिंह अपने काम का हिसाब गांव-गांव जाकर दे रहे हैं। वहीं कई ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्हें काले झंडे और पत्थरबाजी की वजह से अपनी यात्राओं को स्थगित करके लौट जाना पड़ा है। उन्होंने राजनांदगांव को छत्तीसगढ़ का काशी बताते हुए कहा कि ये बुद्धिजीवियों की नगरी है, कला साहित्य की नगरी है। इसके पहले मुख्यमंत्रीद्वय ने लगभग 137 करोड़ के काम का लोकार्पण और 51 करोड़ के काम के लिए भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि राजनांदगांव वालों ने मेरा ऐसा स्वागत किया है, जैसे उनका बेटा कोई बड़ा काम करके लौट रहा हो।
छत्तीसगढ़ को अपना कर्मक्षेत्र बताने वाले गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी और विकास यात्रा से जनता की नब्ज टटोल रहे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने राजनांदगांव के मंच पर एक-दूसरे की पीठ ठोंकी। एक तरफ जहां रमन सिंह आंकड़ों से वार पर वार कर रहे थे, वहीं मोदी ने रमन सिंह को अपना जिगरी दोस्त बताते हुए कहा कि मेरे साथी ने छत्तीसगढ़ की सूरत बदल कर रख दी है, मेरा दोस्त छत्तीसगढ़ के लिए जी-जान लगा रहा है। उन्होंने कहा कि विकास की राजनीति का रास्ता सरल नहीं होता, बेहद परिश्रम करना होता है और रमन सिंह ये कर रहे हैं। वह दिन दूर नहीं, जब छत्तीसगढ़ विकास के मामले में गुजरात से भी आगे निकल जाएगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ा संकट भरोसे का है। राज्य में 2003 में बजट छह हजार करोड़ का था, जो आज 2013 में बढ़कर 49,000 करोड़ का हो गया है। मोदी का कहना था कि देखिएगा, रमन सिंह की थर्ड टर्म भी शानदार रहेगी। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी का नाम बार-बार लेते हुए कहा कि वो अटलजी थे कि एक भी लाठी नहीं चली और छत्तीसगढ़ का निर्माण हो गया।
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