राणा, हेडली से पूछताछ करना चाहता है भारत
टोरंटो,30 मई 2013 -भारत मुंबई हमले (26/11) के गुनहगार पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी आतंकी डेविड कोलमैन हेडली उर्फ दाऊद गिलानी और उसके साथी तहव्वुर हुसैन राणा से पूछताछ के लिए अमेरिका से अनुमति चाहता है। हेडली से भारतीय अधिकारी पहले भी पूछताछ कर चुके हैं, लेकिन पाकिस्तानी मूल के कैनेडाई नागरिक राणा, हेडली की अमेरिकी पत्नी शाजिया, गर्लफ्रेंड पोर्टिया पीटर व एक अन्य महिला मित्र से पूछताछ का अमेरिकी अधिकारियों ने मौका नहीं दिया है।
भारतीय जांच एजेंसियों को विश्वास है कि इन चारों से पूछताछ करने पर कई नए तथ्य सामने आएंगे। हालांकि दोनों पक्षों की ओर से इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। मगर अधिकारियों का कहना है कि आंतरिक सुरक्षा संवाद के लिए चार दिनी अमेरिकी यात्रा पर आए भारतीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने अमेरिकी अटार्नी जनरल एरिक होल्डर के साथ मुलाकात के दौरान इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। शिकागो की एक अदालत ने हेडली को अमेरिकी संघीय जांच एजेंसी (एफबीआइ) द्वारा लगाए लगे सभी 12 आरोपों में दोषी ठहराया था। उसे 35 साल की सजा सुनाई है। जबकि राणा को लश्कर को मदद करने और डेनमार्क के अखबार पर हमले की साजिश के आरोप में 14 साल की सजा सुनाई थी। दोनों को 2009 में गिरफ्तार किया गया था।
एक आधिकारिक भारतीय बयान में कहा गया है, शिंदे और होल्डर ने इस बात पर सहमति जताई कि गृह मंत्रालय और न्याय विभाग को मिलकर संस्थागत तरीके से काम करना चाहिए। ताकि दोनों देशों के कानूनी दायरों के बीच प्रत्यर्पण, लैटर्स रेग्युलेटरी (आग्रह पत्र) के क्रियान्वयन और रेड कार्नर नोटिस जैसे लंबित मामलों को सुलझाकर बेहतर नतीजे निकाले जा सकें।
इसके अलावा कानून प्रवर्तन, न्यायिक प्रक्रियाओं में सहयोग की आवश्यकता है। शिंदे ने एफबीआइ के निदेशक राबर्टमुलर से भी मुलाकात की। दोनों ने आपसी हितों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। आधिकारिक बैठकों के बाद शिंदे और उनका प्रतिनिधिमंडल एक दिन की बोस्टन यात्रा पर गया। इस दौरान उन्हें गत 15 अप्रैल को बोस्टन मैराथन में हुए विस्फोट की सफलतापूर्वक जांच की जानकारी दी जाएगी। इससे पहले शिंदे ने अपने अमेरिकी समकक्ष जेनेट नेपोलिटानो के साथ मुलाकात की। दोनों नेताओं की ओर से जारी साझा बयान में अंतरराष्ट्रीय समुदाय से उन शरणास्थलों को खत्म करने का आह्वान किया जिससे आतंकवाद को समर्थन मिलता है। दोनों देशों ने आतंकी गुटों को मिल रही वित्तीय मदद और जाली नोटों के कारोबार का मुकाबला करने के लिए द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर भी जोर दिया। अगले दौर का आंतरिक सुरक्षा संवाद 2014 में भारत में होगा।
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