कैनेडा मुक्त व्यापार समझौते के लिए प्रतिबद्ध
टोरंटो,30 मई 2013 – कैनेडा ने कहा कि द्विपक्षीय निवेश संवर्धन एवं संरक्षण समझौते में देरी के बावजूद भारत के साथ व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते पर हो रही वार्ता में अछी प्रगति हुई है। कैनेडा के अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री एड फास्ट ने कल कहा ‘‘यह वार्ता सार्थक ढंग से खत्म होगी जिसमें दोनों पक्षों के पास एक महत्वाकांक्षी और संतुलित समझौता होगा।’’ वह भारत कैनेडा चेंबर आफ कामर्स (आईसीसीसी) और बैं्रम्पटन बोर्ड आफ ट्रेड द्वारा आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। अब तक कैनेडा-भारत व्यापार वार्ता के सात आधिकारिक दौर पूरे हो चुके हैं। व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सेपा) से उत्पाद पर शुल्क कम करने या खत्म करने, नौकरशाही हस्तक्षेप कम होने और सेवा व्यापार को प्रोत्साहित करने से कैनेडा के कर्मचारियों और लघु एवं मध्यम उपक्रम को फायदा होगा।
मंत्री ने कहा कि कैनेडा ने भारत में उर्जा, कृषि, बुनियादी ढांचा और शिक्षा क्षेत्र की पहचान मुख्य आर्थिक अवसर के तौर पर की है। उन्होंने कहा ‘‘लघु एवं मझोली इकाईयों की कैनेडा की कंपनियों में 99 प्रतिशत तक भागीदारी है, ऐसे में हमारी सरकार इस कारोबारी श्रेणी की रोजगार पैदा करने, आर्थिक वृद्धि और हर क्षेत्र में देश की समृद्धि में निभाई जाने वाली भूमिका को समझती है।’’ फास्ट ने कहा ‘‘यही वजह है कि हम दुनिया के बड़े बाजारों, भारत सहित दुनिया की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में अपने निर्यातकों के लिये नये बाजार खोलने के लिये काफी मेहनत कर रहे हैं।’’ कैनेडा ने छह साल से भी कम अवधि में नौ देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौता किया है। इनमें कोलंबिया, होंदुरास, जोर्डन, पनामा, पेरु और यूरोपियन मुक्त व्यापार संध के सदस्य देश, नार्वे, स्विटजरलैंड और लिंचटेस्टीन शामिल हैं।
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