असहिष्णुता बर्दाश्त नहीं करेंगे : ट्रुडो

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ऑस्टविटज केन्द्रीकरण कैंप के दौरान प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो ने दिया असहिष्णुता के विरुद्ध अपना संदेश
केव्हाईआईवी, यूक्रेन। अपनी यूक्रेन यात्रा के दौरान मानवीय इतिहास के सबसे बुरे दौर पर अपना संबोधन देते हुए प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो ने कहा कि हम किसी भी कीमत पर असहिष्णुता को बढ़ावा नहीं देगे इसके विरोध में हम सदा प्रेम का संदेश फैलाएंगे। जिससे विश्व में अमन व चैन कायम हो सके।
पुराने समय की वेदना की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध में लगभग एक मिलीयन लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था, जिसमें अधिकतर यहूदी थे और कई अन्य को गैस चैम्बरों में दफन कर दिया था या नंगे तारों पर चलवाया था। इसी कैंप के एक पीड़ित 88 वर्षीय नाटे लयीपसीगार से प्रधानमंत्री ने मुलाकात की, प्रधानमंत्री ने कहा कि पुराना समय वापस नहीं लौटाया जा सकता, इसी गैस चैम्बर में लयीपसीगार की मां और बहन को भी मार दिया यगा था।
उन्होंने अपने संदेश में लिखा कि असहिष्णुता किसी भी समस्या का हल नहीं हैं, सभी मतभेदों को प्रेम से ही दूर किया जा सकता हैं। अंधेरा दूर करने के लिए कभी भी अंधेरे का सहारा नहीं लिया जा सकता, इसके लिए उजाला ही करना पड़ता हैं।
अपने साक्षात्कार में लयीपसीगार ने कहा कि मानव ही मानव का सबसे बड़ा दुश्मन हैं, मैं असहिष्णुता की इस लड़ाई में पिछले 73 सालों से कहीं घूम हो गया था, और आज मेरा भविष्य कुछ भी नहीं है। हमें कैनेडा के प्रधानमंत्री की बातों को समझना होगा और नए भविष्य का निर्माण करना होगा।
एक उत्तम भविष्य के लिए हमें सदा प्रधानमंत्री ट्रुडो के संदेश को आगे बढ़ाना होगा।
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