कैनेडियन चैरिटी के साथ क्लिंटन फाउन्डेशन ने भी अतिरिक्त खर्चों पर की रक्षात्मक टिप्प्णियां
औटवा। कैनेडा राजस्व एजेन्सी के आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार अगले दो वर्षों में धर्मार्थ कार्यक्रमों में वेतन व प्रशासनिक लागतों की अपेक्षा अधिक वृद्धि हो जाएगी जैसा कि क्लिंटन फाउन्डेशन के संबंध में एक कैनेडियन करता हैं।
2014 के आंकड़ों के अनुसार क्लिंटन गीयुस्टा एंटरप्राईज पार्टनशीप (कैनेडा) ने वैनकुअवर, बी.सी. में श्रद्धालुओं ने 737,441 डॉलर का अनुदान दिया जोकि उनके खर्चों का 78 प्रतिशत हैं। यह धनराशि उनके ऑफिस खर्चों, वेतन और व्यवसायिक शुल्क और काउन्सिलींग फीस आदि हैं।
इन्हीं खर्चों के आधार पर दूसरी ओर राजस्व विभाग में केवल 205,419 डॉलर धर्मार्थ कार्यक्रमों का राजस्व आया, जोकि इनके खर्चों का केवल 22 प्रतिशत हैं, यही आंकड़े 2013 में 28 प्रतिशत थे।
कैनेडियन चैरिटी इस बात के सख्त खिलाफ हैं और इस पर अतिरिक्त भार की सिफारिश कर रही हैं। कैनेडियन चैरिटी के संस्थापक फ्रैंक गीयुस्टा ने कहा कि विश्व प्रेम करने वाले और खनन उद्योग के धनवानों ने मिलकर 16 मिलीयन डॉलर के अनुदान से टोरंटो में अनुदान संचय हेतु गाला की सूचना दी।
इस पर अमेरिका पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने करीब 1000 हॉलीवुड कलाकारों के साथ यह बात मानी थी, हमें अपने कर निर्धारण के समय भी कई ऐसी पर्चियां मिलती हैं जिनमेें एक ही समान के नाम होते हैं। दुनिया के विकास के साथ यह व्यवसाय भी धीरे-धीरे पनप रहा हैं। हमें यह सब छोड़कर वास्तव में भगवान हमारी मदद करेंगा। कैनेडियन चैरिटी के अनुसार सन् 2010 से 2014 के मध्य यह व्यवसाय बहुत ही बड़ा और फला-फूला हैं।
वास्तविक आकंड़ो को परखे तो कुल मिलाकर 4.3 मिलीयन अमंरिकी डॉलर का एकत्रीकरण हुआ हैं।
चैरिटी ने आगे कहा कि इतने सटीक आंकड़ों के लिए उन्होंने 2015 के अंतर्गत अंकेक्षण या रिपोर्ट को सार्वजनिक किया। लेकिन उनमें कोई बड़ा अंतर नहीं पाया गया, इसी प्रकार पिछले वर्षों के अनेक धर्मार्थ कार्यक्रमों के धन संचय में भी अधिक त्रुटियां नहीं हैं। इस गुत्थी को शीघ्र ही सुलझाना होगा।
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