..तो जन्मदिन पर पिता को जेल में याद करेंगे संजय
नई दिल्ली- मदर इंडिया के सुनील दत्त एक ऐसे अभिनेता थे जिन्हें अगर पर्दे पर देखा जाए तो एक आम हिंदुस्तानी की छलक मिलती थी। एक्टिंग हो या राजनीति सबमें अव्वल रहने वाले सुनील दत्त का आज 84वां जन्मदिन है। हर साल सुनील दत्त का परिवार इस दिन उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करता है। लेकिन आज स्थिति पहले वाली नहीं है। सुनील दत्त के बेटे संजय दत्त यरवदा जेल में है। मुंबई बम धमाकों के सिलसिले में उन्हें पांच साल की सजा सुनाई गई थी।
दत्त साहब का असली नाम बलराज रघुनाथ दत्त था। लेकिन उन्हें आज भी दत्त साहब के नाम से ही याद किया जाता है। फिल्म निर्माण से अभिनय तक चार दशक तक वे लाखों दर्शकों के दिलों में राज करते रहे। अपने परिवार को दिलो जान से चाहने वाले सुनील दत्त का जन्म 6 जून, 1929 को हुआ। रेडियो में काम के साथ अपने करियर की शुरुआत करने वाले सुनील दत्त साल 1955 में फिल्मी दुनिया में आए और फिल्म मदर इंडिया से सबके दिलों पर छा गए। सबका दिल जीतने वाले सुनील दत्त का दिल मदर इंडिया की मां नरगिस पर आ गया। जी हां, इन्होंने नरगिस को अपना जीवन साथी चुन लिया। मदर इंडिया की सफलता के बाद उनके पास फिल्मों का तांता लग गया। साधना, सुजाता, मुझे जीने दो, खानदान, पड़ोसन, जैसी सफल फिल्मों से उन्होंने जबरदस्त काम किया।
फिल्मी दुनिया में भले ही वे सफलता की सीढियां चढ़ते गए लेकिन उनका पारिवारिक जीवन उथल पुथल भरा रहा। पहले तो उनसे उनका प्यार नरगिस को छीन लिया गया। कैंसर से नरगिस की मौत हो गई उसके बाद संजय गलत राह पर चले गए। लेकिन सुनील दत्त के रोके जाने पर संजय दत्त ने अपनी राहें बदल लीं। साल 2005 25 मई मुंबई में दिल का दौरा पडऩे से सुनील दत्त की मौत हो गई। अपनी मौत से पहले उन्होंने अपने बेटे संजय दत्त के साथ फिल्म मुन्नाभाई एमबीबीएस की। इस फिल्म ने बाप बेटे की जोड़ी को काफी लोकप्रिय बना दिया।
अपने निजी जीवन में सुनील दत्त काफी सुलझे हुए और शांत स्वभाव के इन्सान थे, वहीं संजय दत्त हमेशा ही विवादों में फंसे हुए रहे, इस बात को लेकर सुनील दत्त काफी परेशान रहते थे। आखिरकार वहीं हुआ जब संजय दत्त को उन्ही सब कारणों की वजह से जेल जाना पड़ा जिनके लिए उन्हें रोका गया था। लेकिन सुनील दत्त की प्रतिष्ठा आज भी कम नहीं हुई है।
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