औटवा पुन: खोलेगा कैदियों के फार्मस

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ओंटेरियो। अब ओंटेरियो में कैदियों को अपराध व बंदीश की जिंदगी से मुक्ति दिलवाने के लिए उन्हें डेरी उद्योग से जोड़ा जाएगा इसके लिए उन्हें गाय पालन का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इसी योजना के तहत के ओंटेरियो में फार्म खोले जाएंगे जिनमें गायों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
65 वर्षीय किंगसटन, ओंटेरियो, निवासी ने बताया कि उन्होंने अपने जीवन के 35 वर्ष शराब, चोरी व अन्य गलत कार्यों में बिता दिए, उन्हें आशा हैं कि जीवन के अंतिम दौर में वह कुछ अच्छा काम कर सके और देश की सेवा भी कर सके। ऐसे लोगों के लिए ही लिबरल सरकार ने अब फार्मस पुन: खोलने का मन बना लिया है।
पिछले सात वर्षों से जेल में कैद पैट किनकैड ने कहा कि अब यह कार्यक्रम जेल में नहीं होता, यह प्रशिक्षण बाहर होता है जहां गाय के साथ हमें इस कार्य का प्रशिक्षण दिया जाता हैं, उन्होंने आगे कहा कि गाय हमें धीरज व स्वयं पर नियंत्रण करना सीखा देती हैं, उसकी सेवा से मैनें अपने गुस्से पर नियंत्रण करना और अपनी उदासी को कैसे दूर करें यह सीखा। इसके अलावा मैनें अपने सहयोगियों के साथ भाईचारे से मिलकर कार्य करना भी सीखा।
सरकारी सूत्रों के अनुसार यह प्रशिक्षण केंद्र न्यू ब्रुन्सवीक, ओंटेरियो, मानीटोबा, सासकेतचेवान और अल्बर्टा आदि क्षेत्रों में खोले गए हैं पहले रुढ़ीवादी सरकार ने 2010 में देश के कैदियों के ऐसे फार्म बंद कर दिए थे।
विपक्षियों का कहना हैं कि बिना उचित प्रशिक्षण के ऐसे केंद्र खोलना उचित नहीं हैं, अन्य समीक्षकों का भी मानना हैं कि बिना किसी साधारण सामाजिक सदस्यों के इस प्रकार के परामर्श केंद्रों से मिथ्या संदेश फैलते हैं। लिबरल सरकार का मानना हैं कि पहले ऐसे दो केंद्रों को किंगसटन क्षेत्र में खोला जाएगा उसके पश्चात जनता से ऑनलाईन सर्वे द्वारा उनकी राय ली जाएगी।
किनकैड ने आगे कहा कि सरकार को मेरी तरह उन अन्य कैदियों को भी सुधारने के लिए ऐसे कदम शीघ्र से शीघ्र ही उठाना चाहिए। मेरा पूरा समय इस फार्मस के कामों में जैसे गाय से दूध निकालना, सफाई, नन्हें बछड़ों आदि की देखभाल में बीत जाता हैं और मुझे कोई गलत सोचने का समय ही नहीं मिलता।
पेन फार्म हर्ड कॉ-ओप. के चैयरमेन जेट पीटरस ने कहा हमारी बहुत इच्छा हैं कि हम जेल में जाएं और यह काम दोबारा प्रारंभ करें, पशु कभी भी हमारे लिए घातक नहीं होते, उन्हें थोड़ा स्नेह देते ही वह हम पर दुगना प्रेम बरसाते है, वह हमें कभी भी पहले हानि नहीं पहुंचाने की कोशिश करते जब उन्हें कोई नुकसान पहुंचाए तभी वह ऐसा कुछ सोचते हैं।
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