टीटीसी बोर्ड महिला सुरक्षा के लिए उठाएगा और अधिक कदम
टोरंटो। टीटीसी में सवार एक महिला यात्री हिलेरी डी मीना के अनुसार इसे महिलाओं के लिए और अधिक सुरक्षित बनाना चाहिए, जिससे पूरे वर्ष इसमें यात्रा करने वाली महिलाएं आनंद के साथ इसमें यात्रा कर सके और अपने गंतव्यों पर आराम से पहुंच सके।
डी मीना ने अपने साथ हुई एक घटना की चर्चा करते हुए कहा कि कुछ दिन पूर्व वह अपनी मित्र मै के साथ टीटीसी में सफर कर रही थी तब उन्होंने देखा कि एक व्यक्ति लगातार उन्हें घूर रहा है, और शीघ्र ही वह व्यक्ति अपना साहस दिखाता हुआ उनके सामने की सीट पर बैठ गया और गलत हरकते करने लगा।
टोरंटो निवासी और पेशे से पत्रकार व महिला कार्यकर्त्ता डी मीना ने आगे बताया कि मैं खिड़की वाली सीट पर बैठी थी इसलिए वहां से नहीं उठी, वह व्यक्ति मेरे से बहुत अधिक बलवान लग रहा था, मैनें देखा कोई अन्य यात्री भी इस बात में कोई दखल नहीं दे रहा था।
वह मदद के लिए अलार्म बजाना चाहती थी, परन्तु उन्होंने नहीं बजाया क्योंकि उन्हें डर था कि अज्ञात व्यक्ति उसे नुकसान पहुंचा सकता था। वह अन्य यात्रियों से सहयोग की उम्मीद कर रही थी। परन्तु ऐसा कुछ नहीं हुआ।
सूत्रों के अनुसार डी मीना ही केवल ऐसी यात्री नहीं जिन्हें टीटीसी में यात्रा करने पर यह सब सहना पड़ा इसी प्रकार 2016 के प्रथम पांच महीनों मेें अब तक 35 शारिरीक शोषण की शिकायतें परिवहन प्रणाली के दौरान मिल चुकी हैं, अर्थात प्रत्येक चार दिन में एक शिकायत या संबंधित घटना घट रही हैं जोकि चिंता का विषय हैं।
ये आकंड़े तो केवल पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार हैं इसमें से कई ऐसी घटनाएं भी होती हैं जहां महिलाएं कोई रिपोर्ट दर्ज ही नहीं करवाती और अपराधी खुले आम घूमता हैं। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर टीटीसी को सचेत होना पड़ेगा इसी मुद्दे को उठाते हुए एक सभा का आयोजन किया गया जिसमें ”जेंडर-स्पेसीफीक लेंसÓÓ विषय पर महिलाओं की सुरक्षा व उनके साथ हुए असहयोगी कारणों पर चर्चा हुई।
हमें ऐसे कठोर नियम व कानून बनाने होंगे जिससे देश की आधी आबादी को सुरक्षा का अधिकार मिल सके और वह बिना किसी डर के कहीं भी आ जा सके। इसके लिए एक शोध भी करवाया गया जिसमें महिलाओं के परिवारिक दृष्टिकोण को भी देखा गया कि वह किस माहौल से आई है और उसका परिवारिक माहौल कैसा था, उसे कितनी शिक्षा मिली हैं और कैसे संस्कारों में वह पली बड़ी हंै सभी पर नजर रखी जाएगी। इसके अलावा सुरक्षा के सभी स्तरों पर भी ध्यान रखा जाएगा। जिससे इस योजना के अंतर्गत अधिक से अधिक महिलाओं को लाभ मिल सके।
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