संघीय चुनाव की घोषणा हुए हुआ साल भर पूरा
एक वर्ष में हुआ अत्यधिक नाटकीय बदलाव
औटवा। आज से लगभग एक वर्ष पूर्व जब जस्टीन ट्रुडो तीसरे नंबर पर खड़ी लिबरलस पार्टी के नेता के रुप में वैनकुअवर प्राईड परेड़ में हिस्सा ले रहे थे। ये उनका पहला मैराथन चुनावी प्रचार था। उसके कुछ घंटो पश्चात ही पूर्व प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर रीडयू हॉल में गए और गर्वनर जनरल को चुनावों की घोषणा की सहमति दी।
जानकारों का मानना था कि ट्रुडो अधिक सीटें जीतेंगे परन्तु इतनी नहीं कि वे सरकार बना सके। कुल पॉल परिणामों ने तो उन्हें केवल एकल आकंड़े ही प्रदान किए थे।
और आज ट्रुडो ने वापस वहीं वैनकुअवर में प्राईड परेड में भाग लेकर परेड का आनंद लिया, परन्तु आज स्थिति में बहुत बदलाव हैं, वह आज देश के प्रधानमंत्री हैं जो पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएं हुए हैं। ये सब बातें कैनेडा के नाटकीय राजनीति की सबसे बड़ी बदलती परिस्थिति का उदाहरण हैं।
आज लोगों को पुराने अनुभव के साथ साथ नई दुनिया के आधुनिक विचार भी चाहिए, उन्हें कोई बड़ी उम्र का नेता नहीं बल्कि जोशीला, मेहनती और जुझारु नेता चाहिए। इस एक वर्ष के अंदर एक वरिष्ठ राजनैतिक अपनी कुर्सी से हट गया और उसके स्थान पर नई पीढ़ी के एक युवा नेता ने उसी कुर्सी को संभाला। लोगों ने समझ लिया था कि स्टीफन हार्पर अब देश की स्थितियों को लेकर कोई नया जोखिम नहीं उठा पाएगें और न्यू डैमॉक्रेटस के नेता थॉमस मलकेयर में विश्वास की कमी दिखी और अंत में लोगों ने जस्टीन ट्रुडों को चुना। और आज ट्रुडो ने अपने शासन काल का बहुत अधिक समय व्यतीत कर लिया हैं, वे लगभग एक वर्ष पूर्ण करने जा रहे हैं।
एक साल पहले जब पूर्व प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर गर्वनर जनरल ने अपना प्रचार अभियान प्रारंभ किया था तो उन्होंने माना कि आधुनिक कैनेडियन इतिहास में यह सबसे लंबे चुनाव प्रचार के अंतर्गत था। उन्होंने माना था कि वर्तमान समय की स्थिति को देखते हुए कोई भी जोखिम भरा निर्णय हमारे भविष्य के लिए अच्छा नहीं होगा। ग्यारह हफ्ते पश्चात, कैनेडियन जनता ने अपना फैसला बदलते हुए, पूरी दुनिया को आश्चर्य चकित कर दिया। उन्होंने लिबरल सरकार को चुनकर एक नए जोशीले, युवा नेता जस्टीन ट्रुडो को चुना और नई पीढ़ी को एक नया मौका दिया।
आज लगभग एक वर्ष पश्चात मतदान सर्वेक्षकों ने माना कि कैनेडा के इतिहास में पिछले 20 वर्षों में अर्थव्यवस्था की इतनी बुरी स्थिति आजतक नहीं हुई, परन्तु यह अनुमान लगाया जा रहा हैं कि इसमें जल्द ही सुधार आएगा, जानकारों का मानना हैं कि सरकार अच्छा कार्य कर रही हैं। उन्होंने कुछ समय में ही धर्म सुधारों और प्रोत्साहन भरे निर्णय के साथ भविष्य में कई अच्छे कार्यों की भूमिका तैयार की हैं।
इसके अलावा उन्होंने प्रवासी मुद्दों, सिरीयाई शरणार्थियों के विषयों को भी गहनता के साथ हल किया हैं। पिछले कुछ समय के अंतराल में ही उन्होंने कार्बन उत्सर्जन, चिकित्सा-सहायक मृत्यु कानून, कई अनिवार्य कार्य करके शेयर बाजारों को ऊंचाई प्रदान की, उन्होंने कई ऐसे मुद्दों पर भी कार्य आरंभ किया जिसे पिछली सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया था।
परन्तु अभी भी सरकार को कई ऐसे मुद्दों पर चर्चा करनी होगी, जिससे भविष्य में अच्छे प्रतिफल मिलें। दुनिया के कई नेताओं ने भी माना कि 2008 में आए वैश्विक आर्थिक संकट के कारण यह स्थिति उत्पन्न हो रही हैं परन्तु इसे निपटने के लिए सही उपाय भी किए जा सकते हैं।
इन बदलावों को देश की तीनों बड़ी पार्टियों ने स्वीकारा और जनता के फैसलों को एकमत में माना हैं। लिबरलस अपने भविष्य के कार्यों से लोगों के दिलों में अपनी जगह बना रहे हैं, जबकि रुढ़ीवादी और न्यू डैमोक्रेटस अपने नए राजनैतिक दावों से इस सरकार को गिराकर नए चुनावों की रणनीति तैयार कर रहे हैं।
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