ब्रैम्पटन टाऊन हॉल पर निम्नतम मजदूरी 15 डॉलर करने की मांग
ब्रैम्पटन। ब्रैम्पटन में निम्नतम मजदूरी के लिए लड़ाई प्रारंभ हो चुकी हैं, संगठनों का कहना हैं कि निम्नतम मजदूरी 15 डॉलर होनी चाहिए, जिसके लिए लगभग 80 लोगों ने मिलकर ग्रीनबैरीयर रीक्रीएशन सेंटर के सभागार को जाम करने की कोशिश की जिसका संचालन वर्करस एक्शन सेंटर द्वारा टाऊन हॉल में किया गया था। कमरे में 70 कुर्सियां लगी हुई थी परन्तु संगठनों ने और अधिक लोगों को अपने साथ मिलाया, इस सम्मेलन का आयोजन थ्री यॉर्क यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा किया गया। जिसमें ब्रैम्पटन के गुरनिशान सिंह, अमृत सिंह और गुरकिरात बाथ भी शामिल हुए।
गुरनिशान सिंह ने कहा कि यह युवा लोगों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा हैं, क्योंकि वह मेहनत से पढ़ाई करते हैं और अच्छी नौकरियों के लिए विश्वविद्यालय जाते हैं। लेकिन उन्हें अच्छी नौकरी नहीं मिलती, यदि वह अर्थशास्त्र जैसी बड़ी डिग्री भी हासिल करते हैं तो भी उन्हें पार्ट-टाईम आदि का ही काम मिल पाता हैं, जिसमें उन्हें अच्छा वेतन नहीं मिल पाता।
इसी प्रकार यॉर्क यूनिवर्सिटी पीएचडी उम्मीदवार गैरी सरेन जो विनीपेग राष्ट्र से ब्रैम्पटन में रहने लगे हैं ने कहा कि निम्नतम 15 डॉलर की मजदूरी उन्हें केवल छितराने के लिए कहीं जा रही हैं। उन्होंने आगे कहा कि निम्नतम मजदूरी सबसे अधिक केवल छात्रों पर प्रभाव डालती हैं, ओंटेरियो में 70 प्रतिशत छात्रों को प्रति घंटा 15 डॉलर से भी कम वेतन दिया जाता हैं, जिसमें से 43 प्रतिशत लोगों की निम्नतम आय 11.25 डॉलर से भी कम हैं और वे 25 वर्ष से अधिक आयु के हैं।
इसमें और भी कई अड़चनें हैं जिसका सामना उन्हें करना होगा। उसके पश्चात ही निम्नतम मजदूरी की बाधा को दूर किया जाएगा।
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