करडी परिवार कैनेडा में बस तो गए, लेकिन अभी तक वे अपना घर नहीं बना सके
कॉक्यूईटलम। शेरगो करडी ने अपनी शर्ट उतारकर अपने पेट व छाती पर लगे उन चोट के निशानों को दिखाते हुए कहा कि यह वे पुराने निशान हैं जो 2012 के सीरिया युद्ध में उनकी फैक्टरी के ध्वस्त होने के कारण उनका पूरा परिवार बिखर गया था।
अपने पुराने दिनों की याद ताजा करते हुए करडी ने कहा कि ब्रिटीश कोल्मबिया से आने के नो माह पश्चात अपने अभिभावकों और चार भाई-बहनों के कहानी बताते हुए कहा कि जब वह 15 वर्षीय का लड़का था तब उसे एक पुलिस अधिकारी बनना था, उन्होंने बताया कि मुझे लोगों की मदद करना बहुत पसंद था, सीरिया शरणार्थी जुल्मों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि पिछले सितम्बर को मेडीटेरेनीयन बीच के किनारों पर उनके भाई बहनों के छोटे बच्चों के मृत फोटोग्राफस फैलाकर उन्हें डराया गया था।
इन्हीं फोटोंग्राफस से उकसित होकर कैनेडियन सरकार ने हजारों सीरियन शरणार्थियों को अपनाने की बात कहीं, इसी मिशन के तहत करडी परिवार पिछले दिसम्बर को कैनेडा आएं थे। अपनी टूटी फूटी इंग्लिश की मदद से उन्हें नौकरी मिलने में भी बहुत परेशानी हुई जब वह अपनी आंटी के घर कॉकयूटलेम, बी.सी. आया था, और उसे इस्तानबुल में नौकरी मिली, उसने वहां 24 घंटे तक कड़ी मेहनत भी की परन्तु वहां उसे पूरा वेतन नहीं मिलता था।
और यह भी बताया कैसे अपनी युवा आयु में उन्हें ब्रिटीश कोल्मबिया में रहने में बहुत परेशानी हुई।
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