ब्रैम्पटन काउन्सलरों ने मिसिसॉगा के काउन्सलरों के आमंत्रण को ठुकराया
ब्रैम्पटन। ब्रैम्पटन काउन्सलरों ने अपने सहयोगी मिसिसॉगा के काउन्सलरों के आमंत्रण को ठुकरा दिया जोकि ब्रैम्पटन की सीटों में पील रीजन काउन्सिल पदों को बढ़ाने के लिए चर्चा करना चाहते थे। गत गुरुवार को आयोजित एक सभा के दौरान मिसिसॉगा की मेयर बूनी क्रॉम्बी ने ब्रैम्पटन के काउन्सिलरों से इस मुद्दे पर पुनर्विचार हेतु सुझाव रखा जिससे गर्मियों में उत्पन्न कहल व झगड़े को मिटाया जा सके। लेकिन कुछ समय पश्चात भी ब्रैम्पटन के काउन्सिलरों का यहीं मानना हैं कि पदों में समानता ही उचित हैं। पील प्रांत का काउन्सिल इस मुद्दे पर बट गया था, ब्रैम्पटन और कालेडन काउन्सिलरों ने अपने वोटों का प्रयोग करते हुए यह निर्णय लिया था कि ब्रैम्पटन सीटों में चार पदों को और मिसिसॉगा सीटों में चार पदों को बढ़ाकर 24 सदस्यों के काउन्सिल में जोड़ा जाएं।
लेकिन प्रांतीय काउन्सिल की मिश्रित सभा ने इसे बदलते हुए पृथक काउन्सिलों को भारी समर्थन दिया। इस माह के प्रारंभ में मिसिसॉगा काउन्सिल ने इस एक मत होते हुए 23 जून के निर्णय पर रोक लगा दी। क्रॉम्बी ने ब्रैम्पटन काउन्सिलरों को अपने विचार पर पुन: सोचने के बारे में कहते हुए उन्हें चार के स्थान पर दो सीटें बढ़ाने पर विचार करने को कहा, क्रॉम्बी ने आगे कहा कि राजनीति में ओलीव ब्रांच को बढ़ाने के लिए सहयोग, साझेदारी व त्याग की भावना का होना अत्यंत आवश्यक होगा।
इसके प्रतिउत्तर में ब्रैम्पटन काउन्सिलर गीएल माईल्स ने कहा कि हम सिटी ऑफ ब्रैम्पटन के पदों में कोई बदलाव नहीं चाहते और यहीं बात हमने प्रिमीयर कैथलीन वीन को भी कह दी हैं, जिन्होंने हमें ब्रैम्पटन के पदों पर सीट बढ़ाने के लिए विचार करने को कहा था।
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