सहायता की तुलना में रिफ्यूजियों से लिया जा रहा हैं कम किराया
टोरंटो। कैनेडा के प्रख्यात रीसेटलमेंट प्रोग्राम शॉज द्वारा बताया गया कि सामाजिक ग्रुपस द्वारा रिफ्यूजी स्पॉसरड ज्यादा अच्छा उपलब्ध करवाया जा रहा हैं जिसमें फूड बैंकस व सामाजिक सहायता आदि दिया जा रहा हैं जबकि सरकारी सहायता उतनी अधिक कारगर साबित नहीं हो पा रही जितनी होनी चाहिए। प्रवासी, रिफ्यूजी और सिटीजनशीप कैनेडा रिपोर्ट के अनुसार सरकारी-सहायता रिफ्यूजी रिपोर्ट ही 65 प्रतिशत फूड बैंकस का प्रयोग करते हैं जबकि इसकी तुलना में केवल 29 प्रतिशत उनके निजी प्रायोजकों की सहायता लेते हैं। सूत्रों के अनुसार आगामी पांच वर्षों में सरकारी-सहायता 41 प्रतिशत होने की उम्मीद हैं, और निजी प्रायोजकों का प्रयोग 28 प्रतिशत होने की उम्मीद हैं। पांच वर्षों में 10 में से छ: का प्रयोग कर रहे हैं जबकि निजी प्रायोजकों में यही कार्य 10 में से सात प्रयोग करेंगे। जानकारों का मानना हैं कि निजी प्रायोजकों का अधिक सफल होने का कारण स्थिरता और उचित निर्देश हैं, कैनेडियन काउन्सिल फॉर रिफ्यूजी के कार्यकारी निदेशक जानेट डेन्च ने कहा कि उन्हें यह जानकर कोई आश्चर्य नहीं हुआ, उन्होंने आगे कहा कि कैनेडा में निजी प्रायोजकों द्वारा चलाए जा रहे शरणार्थी कार्य परिवार के सदस्यों द्वारा किए जा रहे हैं, और उनका चयन किसी मूल्यांकन पर नहीं किया जा रहा जैसे जीएआर एस कर रहा हैं। यह रिपोर्ट स्पष्ट दर्शा रही हैं कि शरणार्थियों ने जीएआर एस को स्वीकार नहीं किया हैं। सरकार ने शरणार्थियों के विस्थापन हेतु 2010 और 2015 के मध्य कई कार्यक्रम चलाए जिनमें सरकारी-सहायता, निजी प्रायोजकों की सहायता, द ब्लैन्ड्ड वीजा प्रोग्राम आदि शामिल किए गए, इस समय के दौरान कुल मिलाकर 49,516 शरणार्थी कैनेडा में स्थापित हुए जिनमें से केवल 53 प्रतिशत शरणार्थियों ने सरकारी-सहायता प्रोग्राम का हिस्सा बने जबकि अन्य 46 प्रतिशत ने निजी सामाजिक ग्रुपों द्वारा चलाए गए प्रायोजकों को स्वीकार किया और केवल 1 प्रतिशत ने ब्लैन्ड्ड वीजा प्रोग्राम को चुना।
Comments are closed.