बाल गरीबी को मिटाना गैर-लाभार्थी संस्था का मुख्य उद्देश्य
रिपोर्ट में देश के गरीब बच्चों के उत्थान का मुद्दा फिर से उठाया टोरंटो के बारे में बताते हुए कहा कि देश की राजधानी बनी बाल गरीबी का सबसे बड़ा उदाहरण।
टोरंटो। सिटी की एक भयावह तस्वीर पेश करती कहानी हैं शहर में गरीब बालकों की बढ़ती संख्या, टोरंटो की महिला अपने बालकों की सुरक्षा और उनके विकास के लिए पूरे देश में प्रख्यात हैं। कैनेडा की सबसे पहली प्राथमिकता बच्चे हैं। इस कारण इस हफ्ते एक गैर-लाभार्थी योजना का विमोचन हुआ जिसके संस्थापक सारा ऑस्टीन का कहना हैं कि हमारा मुख्य उद्देश्य बाल गरीबी मिटाना हैं। हमें लोगों की उस गलत धारणा को भी समाप्त करना हैं कि जिसमें वह केवल बच्चों की उन्नति को बड़े शहरों में रहने से समझते थे। आस्टीन ने कहा कि ऐसे शहरों के बच्चे विकसित व स्वस्थ्य नहीं हैं, इस बात की संतुष्टि वह स्वयं कर रहे हैं। जिसका मुख्य कारण पोष्टिक आहार की कमी बताया गया हैं, आजकल के शहरों बच्चों का खानपान बिल्कुल बदल गया हैं, उनके अभिभावकों के पास उनके लिए कोई समय शेष नहीं रहा, वे मानते हैं कि अस्वस्थ्य बच्चे का मानसिक व शारिरीक विकास नहीं हो पा रहा। यूनीसेफ के वैश्विक सूची के अनुसार 29 में से 17 देश ही ऐसे है जो बाल कल्याण कार्यक्रमों को अधिक तवज्जो देते हैं। सूत्रों के अनुसार कैनेडा के राजधानी में बाल गरीबी को दूर करने के भरसक प्रयास कर रहा हैं। टोरंटो के बच्चों द्वारा 27 प्रतिशत सामाजिक एजेन्सियों द्वारा इस संबंध में एक सार्वजनिक रिपोर्ट जारी की गई। जिसके अनुसार ऑस्टीन ने कहा कि एक मां होकर गृहणियां मुझपर नाराज हैं और अपने बच्चों की देखभाल के स्थान पर मुझपर अपना गुस्सा उतार रही हैं। कैनेडा का पहला उद्देश्य यहीं रहा हैं कि बाल विकास को सबसे अधिक महत्व देना और उसके लिए सुचारु योजनाएं तैयार करना। मेरे विचार से सभी बच्चों को व्यस्क होने तक अलग रखें, जिससे उन्हें गरीबी से लड़ने का गुण प्राप्त हो और हमारी ओर से भी हमारे बच्चों के विकास में सुनिश्चिता आ सके।
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