शराबी पायलट को मिले दंड से विमानन विशेषज्ञ अचर्य में
कालग्रे। विमानन सुरक्षा विशेषज्ञ ने कहा कि शराब पिए हुए पायलट पर की गई कार्यवाही संदिग्ध स्थिति में हुई जिसके लिए उन्हें बहुत अधिक आश्चर्य हो रहा हैं। कालग्रे पुलिस ने बताया कि 37 वर्षीय पायलट मीरोस्लेव ग्रोनयच पर नशे की हालत में हवाई जहाज चलाने व उनके रक्त में शराब की मात्रा का अधिक पाएं जाने की पुष्टि होने के पश्चात उन पर यह दंड प्रमाणित हो गया। कोर्ट के दस्तावेजों के अनुसार र्ग्रोनयच को केवल 1000 डॉलर के छोटे जुर्माने के पश्चात बेल पर छोड़ दिया गया, और उसे उसका जब्त पासपोर्ट भी लौटा दिया गया। बेल मिलने तक उनके ऊपर कैनेडा में प्लेन उड़ाने की इजाजत भी नहीं थी। जिसे भी हटा लिया गया। सूत्रों के अनुसार रेगीना और विनीपेग में रुकने वाले बाईंग 737 को कालग्रे में आपात स्थिति में उतारा गया, जिसे आगे केनकन, मैक्सिको ले जाया गया। पुलिस ने ग्रोनयच पर आरोप लगाया कि जांच में पाया गया कि हवाई जहाज के कैप्टन की स्थिति विमान चलाने की नहीं हैं, उसके कंधे झुके हुए हैं जिसके कारण वह इस स्थिति में विमान नहीं चला सकता। इन आरोपों के पश्चात उन्हें बोईंग 737 नहीं चलाने दिया गया, और ड्यूटी के दौरान शराब पीने के आरोप में दंड का अधिकारी माना गया। परन्तु इतने गंभीर आरोप के बावजूद उन पर केवल 1000 डॉलर का जुर्माना लगाकर उन्हें छोड़ देना कैनेडियन विमानन परामर्शदाता एडवर्ड मक्कैऑग को बहुत बुरा लगा और इस पर उन्होंने एयरपोर्ट सुरक्षा एजेंसी पर सवालिया निशान उठा दिए हैं। विमानन अधिकारी से कहा गया कि केवल इस कार्य के लिए पायलट ही दोषी नहीं अपितु इससे संबंधित कई व्यक्ति दोषी हैं, जिनपर कार्यवाही पूरी जांच के पश्चात ही की जाएगी। परिवहन कैनेडा के अनुसार इस प्रकार का कार्य कैनेडा के कानून के विरोध में हैं, जिस पर दंड अवश्य मिलना चाहिए। लेकिन अधिकारी के अनुसार अधिकतर दोषी व्यक्ति इससे आसानी से छूट जाते हैं जोकि गलत हैं, इसे रोकना चाहिए। यह बात विचारणीय हैं कि विदेश आदि में काम करने वाले कैनेडियन पायलट अपने कार्यों को कड़ाई से पालन करते हैं।
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