स्नोडेन देशभक्त या गद्दार, अमेरिका में छिड़ी बहस

वाशिंगटन, एडवर्ड स्नोडेन कल तक का एक अनजाना नाम आज पूरी दुनिया में पहचाना जाने लगा है। हाई स्कूल में पढ़ाई छोडऩे के बाद एडवर्ड सेना की ट्रेनिंग लेने पहुंचा, लेकिन चार महीने बाद ही वहां से चला आया और सिक्योरिटी गार्ड बन गया। फिर उसने सारी दुनिया के सामने अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के उस खुफिया कार्यक्रम प्रिज्म का खुलासा कर दिया, जिसके तहत ये देश अपने ही नागरिकों की जासूसी कर रहे थे। अब सीआइए स्नोडेन को तलाश रही है और देशभर में बहस छिड़ गई है कि वह देशभक्त है या गद्दार।
स्नोडेन के समर्थक उसे हीरो की तरह पेश कर रहे हैं। हालांकि, उससे नाराज लोगों की कमी भी नहीं है। कुछ उसे अमेरिका विरोधी जासूस तक बता रहे हैं। स्नोडेन ने रविवार को गार्जियन को भेजे 12 मिनट के वीडियो में कहा था कि प्रिज्म खतरनाक होता जा रहा था। मैंने बोलने का फैसला किया। अब जनता निर्णय ले कि सरकार की नीतियां सही हैं या गलत। स्नोडेन पिछले महीने तक हवाई में था और अब वह हांगकांग में कहीं छिपा हुआ है।
स्नोडेन ने कहा कि वह सीआइए, विदेशी सरकारों या किसी एशियाई गैंग द्वारा पकड़ा भी जा सकता है। इस खबर पर काम करने वाले गार्जियन के एक पत्रकार ने कहा कि वह बहुत बुद्धिमान और शांत व्यक्तित्व का मालिक है। हालांकि, वह डरा हुआ रहता है। स्नोडेन आइसलैंड में शरण लेना चाहता है। उसकी पड़ोसन जॉयस किन्से ने बताया कि वह हमेशा शर्मीला और शांत रहता था। उसका परिवार अच्छा था।

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