नहीं पता अमेरिका कितने शरणार्थियों को स्वीकार करेगा: टर्नबुल
कैनबरा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन द्वारा प्रशांत द्वीप शिविरों के शरणार्थियों की ‘‘कड़ी जांच’’ किए जाने की बात कहने के मद्देनजर आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ने कहा कि उन्हें यह बात निश्चित रूप से नहीं पता कि अमेरिका में द्वीप के कितने शरणार्थियों को फिर से बसाया जाएगा। प्रधानमंत्री ने आज कहा कि ट्रंप ने सप्ताहांत में फोन पर हुई बातचीत के दौरान सहमति जताई थी कि वह गरीब देशों नाउरू एवं पापुआ न्यू गिनी में रखे गए अधिकतर मुस्लिम शरणार्थियों की अज्ञात संख्या को फिर से बसाने के ओबामा प्रशासन के वादे को पूरा करेंगे। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता सीन स्पाइसर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘उन सभी की कड़ी जांच की जाएगी।’’ स्पाइसर की टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर टर्नबुल ने कहा कि वह इस बारे में कुछ नहीं बता सकते कि अमेरिका कितने शरणार्थियों को स्वीकार करेगा। आस्ट्रेलिया 1,200 से अधिक उन शरणार्थियों को रखने के लिए पापुआ न्यू गिनी और नाउरू को भुगतान करता है जिन्हें वह स्वीकार नहीं करता।
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