कैनेडा लगातार दूसरी बार बढ़ाएगा औद्योगिक अधिभार
औटवा। सूत्रों के अनुसार सितम्बर 2014 के पश्चात यह पहला मौका होगा कि एक महीने में दो बार सरकार द्वारा कोई अधिभार बढ़ाया गया, सांख्यिकी कैनेडा ने बताया कि सरकार द्वारा गत दिसम्बर में आयातित तेल और प्राकृतिक गैस के मूल्यों में वृद्धि के पश्चात अब इसके अधिभार में भी बढ़ोत्तरी कर दी गई। अर्थशास्त्रियों का मानना हैं कि गैर-ऊर्जा के संसाधनों के कमजोर आयात से ऊर्जा मूल्यों में इतनी वृद्धि देखी जा रही हैं। 2016 के अंतिम माह में 923 मिलीयन डॉलर का औद्योगिक अधिभार लगाया गया जिसमें 1 बिलीयन डॉलर तक की वृद्धि की गई और अब सूत्रों के अनुसार इसमें 526 मिलीयन डॉलर का और अधिक ईजाफा करने की मांग की जा रही हैं। ली ने कहा कि इसका अधिक असर जीडीपी पर नहीं पड़ने वाला अपितु यह केवल राजनैतिक उठा पटक का नतीजा हैं, विशेष तौर पर अमेरिका द्वारा विश्व में मचाई उथल पुथल। अमेरिका द्वारा चीन और मैक्सिको के साथ मिलकर नए औद्योगिक प्रसंगों के कारण यह अस्थिरता और अधिक बढ़ सकती हैं, जबकि कैनेडा द्वारा विपरीत प्रणाली अपनाने पर इसका कैनेडियन उद्योगों पर प्रतिकूल असर पड़ सकता हैं। सांख्यिकी कैनेडा द्वारा जारी रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि 7.2 बिलीयन डॉलर बहुउद्देशीय कार्यों के लिए जारी किए गए, जिसमें नवम्बर में 6.6 प्रतिशत कमी पाई गई, और इसी प्रकार पिछले वर्ष हुए निर्माण परमीटों में कुल 84.5 बिलीयन डॉलर का अर्जन हुआ, जोकि 2015 से 0.8 प्रतिशत कम था।
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