‘विवादित मेटाडाटा प्रोग्राम के अंतर्गत निजी जोखिमों पर नहीं होंगे अधिक असर’
औटवा। राष्ट्रीय स्पाई सर्विस के अनुसार कैनेडियनस को अपने निजी आंकड़े जारी करवाते समय बहुत ध्यान देना होगा जिसमें उनके द्वारा बहुत सी निजी बातें पूछी जाती हैं, इस प्रोग्राम के आरंभ से कई प्रकार के विवाद उठ खड़े हुए हैं, लोगों को इसकी प्राईवेसी पर भी शक हैं, उन्हें यह विश्वास नहीं हो पा रहा कि उनके निजी आंकड़ों को सुरक्षित रखा जा रहा हैं और वह किसी गलत हाथों में न चले जाएं इस बात की उन्हें चिंता हैं। द कैनेडियन सिक्योरिटी इन्टेलीजेन्सस सर्विस सेंटर के द्वारा एकत्र किए आंकड़ों पर टिप्पणी करते हुए पिछले वर्ष न्यायाधीश ने कहा कि सीएसआईएस ने अपने कानून को तोड़ा हैं और भोले भाले लोगों की निजी जानकारी को डिजीटल कर दिया, जिससे उनके जीवन में उथल पुथल हो सकती हैं। इस प्रकार की निजी जानकारी को डिजीटल करना गैर कानूनी है, जबकि सीएसआईएस की रिपोर्ट के अनुसार इस प्रकार की जानकारियों के लीक होने से कोई खास असर नहीं होता, निजी सूचना की सुरक्षा की जिम्मेदारी इसमें बहुत कम होती हैं। गत नवम्बर में फैडरल कोर्ट न्यायाधीश साईमन नॉएल ने कहा कि सीएसआईएस को सभी विद्युतीय डाटा को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी होनी चाहिए, जिससे लोगों को भविष्य में किसी प्रकार की परेशानी न हो। मेटाडाटा में संबंधित जानकारी के लिए अधिक से अधिक ईमेल पता या टेलीफोन नंबर लेना चाहिए जिसमें अधिक खतरा नहीं होता। जबकि इसमें एकत्र किए आकंड़ो के अनुसार इसे एकत्र करके इसे संभालना अनिवार्य होना चाहिए, तभी इस प्रकार की जानकारी देने पर सभी सुरक्षित रह सकेंगे।
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