लिबरल्स यूक्रेन मिशन को बढ़ाएंगा 2019 तक 

औटवा। लिबरल सरकार द्वारा यूक्रेन मिशन को बढ़ाने की घोषणा कर दी गई हैं, जिसके अंतर्गत वह अपने सैनिक यूक्रेन में भेजेंगे, जिसका यूक्रेन सरकार द्वारा भी स्वागत किया गया, यह घोषणा उस बात के प्रतिउत्तर में सरकार द्वारा की गई, जिसमें विपक्ष द्वारा यह दावा किया जा रहा था कि सरकार ने दुर्बल देशों को उचित सैनिक मदद नहीं भेजी और जो भेजी जा रही हैं वह भी बहुत ही अल्पमत में हैं, जिसके कारण कैनेडा का नाम पूरी दुनिया में खराब हो रहा हैं। सरकारी घोषणा करते हुए रक्षामंत्री हरजीत सज्जन और विदेश मंत्री क्रिस्टीया फ्रीलैंड ने कहा कि अब कैनेडियन सैनिक मार्च 2019 तक वहीं रहेंगे, भरसक जितनी मदद हो सकेगी, करेगें। गौरतलब है कि लगभग 200 सैनिक एडमॉनटन से यूक्रेन में तैनाती के लिए तैयार हैं, बस सभी आगे के मिशन के अंतर्गत आज्ञा की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जिसे आगे बढ़ाया गया हैं, लेकिन अभी तक किसी को भी यह नहीं पता कि कितने समय के लिए उनकी तैनाती की जाएगी। 2015 से कैनेडा, ब्रिटेन और संयुक्त राष्ट्र ने अपने प्रशिक्षित सैनिकों को यूक्रेन में तैनात कर रखा हैं। कुछ समय पश्चात रुस ने क्रिमीया को भी इस मिशन में शामिल कर लिया और यूक्रेन के डॉनबस प्रांत में पृथक सैनिकों की मदद प्रारंभ कर दी। ज्ञात हो कि कैनेडियनस सैनिकों ने 2600 यूक्रेनियन सैनिकों को युद्ध स्तर पर तैयार किया हैं, इसमें बम को खत्म करना और चिकित्सा संबंधी जानकारी शामिल था। कैनेडा ने रुस के साथ अभी हाल ही में एक समझौते के दौरान यूक्रेन में 450 सैन्य मदद भेजने का वादा किया था, जिसके अंतर्गत इसकी पहली खेप के रुप में ये सैनिक यूक्रेन के लिए रवाना होंगे। भविष्य में कैनेडा लाटविया के साथ भी जुड़ सकता हैं जहां पहले से ही इटली, स्पेन, पौलेंड, अल्बानिया और स्लोवेनिया आदि के सैनिक मौजूद हैं। ज्ञात हो कि कैनेडियन सैनिक यूरोप में भी शीत युद्ध की समाप्ति तक वहां रुके थे।
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