अधिकतर बॉस अपने नियमों का पालन नहीं करते : श्रम मंत्रालय
श्रम मंत्रालय के नए सर्वेक्षण के अनुसार 103 कार्य स्थलों पर दो या अधिक हिंसात्मक कार्यवाहीं देखी गई, केवल 28 कर्मचारी ही अपने काम को ईमानदारी के साथ पूरा करते पाए गए।
टोरंटो। एक ज्वलंत विषय के अंतर्गत श्रम मंत्रालय द्वारा यह स्पष्ट किया गया कि देश के अधिकतर कार्यस्थलों पर अभी भी किसी प्रकार का कोई नियमों का पालन नहीं हो रहा, अधिक कंपनी स्वामी अपनी मनमर्जी कर रहे हैं, जिसके कारण उनके अधीनस्थों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती हैं। वे किसी न किसी रुप में नियमों की अनदेखी करके उनका उल्लघंन कर रहे हैं। इस सर्वेक्षण में यह भी कहा गया कि 103 कार्यस्थलों पर ”जीरो टॉलरेंस” देखा गया, इसके अलावा पिछले तीन वर्षों के अंदर दो या तीन हिंसात्मक झड़पे भी हुई, जोकि कर्मचारियों पर उच्च अधिकारियों ने करवाई, कुछ कार्यस्थलों पर स्थिति और भी अधिक खराब दिखी जहां कर्मचारियों को कार्य की अधिकता, सार्वजनिक छुट्टियां नहीं दिया जाना या उस दिन कार्य करवाने पर कोई भुगतान नहीं आदि परेशानियां भी नोट की गई। ओवरटाइम भुगतान में भी कमी की शिकायतें मिली, मंत्रालय ने कहा कि कर्मचारियों को अभी भी 125,267 डॉलर का भुगतान नहीं मिलने के बारे में शिकायतें मिल रही हैं। इस सर्वेक्षण के पश्चात मंत्रालय द्वारा 250 डॉलर से 300 डॉलर तक के जुर्माने के साथ 42 कंपनियों को इस भुगतान के बारे में सूचना जारी कर दी गई हैं। श्रम मंत्रालय ने कहा कि कर्मचारियों को उनके किए कार्यों का वेतन अवश्य मिलना चाहिए, यदि कोई स्वामी या उच्च अधिकारी उसके काम से संतुष्ट नहीं तो वह उससे बात करें अथवा उसे नोटिस देकर कार्य से निकाल दें, परन्तु उसके किए कार्य के भुगतान को रोकने का कोई भी अधिकार नहीं हैं, इसके लिए उसे दंडित भी किया जा सकता हैं। नए आंकड़ों के अनुसार यह दुविधा साधारण शिक्षित कर्मचारियों के साथ अधिक देखी गई।
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