कैनेडियन दूत डेरी विवाद के कारण लौटे वापस
औटवा। कैनेडा के राजदूत राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ विवादास्पद स्थितियां पैदा होने के कारण स्वदेश लौट आएं हैं, माना जा रहा हैं कि यह विवाद अमेरिकी डेरी उत्पदकों के कारण हुआ हैं, इसमें कहा गया कि कैनेडियन डेरी उद्योग हमें समर्थन नहीं दे रही, ऐसा कहना अमेरिका के किसानों का हैं। विशकॉनसीन और न्यूयॉर्क के गर्वनरों को लिखें पत्र में राजदूत डेविड मकनॉघटन ने कहा कि कैनेडा की नई डेरी नीतियों के कारण अमेरिका के डेरी किसानों को आर्थिक हानि हो रही हैं जिसके कारण वह इस नीति को स्वीकार नहीं कर रहे और कैनेडियन डेरी उद्योग में कलह का माहौल फैला हुआ हैं। गत कुछ दिनों पूर्व ट्रम्प के नए बयान द्वारा भी कैनेडा के साथ सख्ती करने का निर्णय लेने की बात कही गई, जोकि विचारणीय हैं। उत्तरी डेरी किसानों द्वारा कैनेडा के निर्णय पर हैरानी जताई गई, जिसके लिए राष्ट्रपति ट्रम्प ने स्वयं यह निर्णय लिया, जिससे सभी हैरानी में आ गए हैं, गौरतलब हैं कि अभी सीमा विवाद सुलझा भी नहीं था कि इस प्रकार का बयानों से स्थितियां और अधिक खराब हो रही हैं। इसके अलावा ट्रम्प ने अभी मुक्त व्यापार व्यवस्था पर भी टिप्पणी कर उसे उचित नहीं ठहराया, ट्रम्प के संदेश से पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया हैं कि ‘बाय अमेरिकन-हायर अमेरिकन’ इससे सभी अमेरिका वासी केवल अमेरिका के उत्पाद ही खरीदें और रोजगार भी केवल अमेरिका वासियों को दें। जिससे अमेरिका में रह रहे प्रवासियों पर खतरे की तलवार मंडरा रही हैं। वैसे अभी कैनेडा ने किसी भी डेरी उत्पाद के आयात पर प्रतिबंद्ध नहीं लगाया हैं, अमेरिकन जानकारों के अनुसार स्थितियां और अधिक भयानक हो सकती हैं। सबसे अधिक विचार अत्यधिक उत्पाद पर हैं जिसे कैनेडा में किया जा सकता हैं, परन्तु अमेरिका में नहीं। विशकॉनसीन में डेरी किसान मांग कर रहे हैं कि सभी को इस उद्योग में साझेदार बनाया जाएं और यही नीति कैनेडा को अपनानी चाहिए।
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