भारत को रौंदने के लिए बेताब है यह श्रीलंकाई धुरंधर
लंदन। आइसीसी क्रिकेट विश्व कप 2011 में भारत के हाथों फाइनल में करारी शिकस्त और उससे पहले 2002 में चैंपियंस ट्रॉफी भारत के साथ बांटने का दुख आज भी श्रीलंकाई टीम को सता रहा है। मौजूदा चैंपियंस ट्रॉफी से पहलेवॉर्म अप मैच में भी भारत ने लंका को 333 के एक बड़े स्कोर के बावजूद रौंदा था जो घाव पर नमक छिडक़ने के लिए काफी था। इन सभी मौकों को श्रीलंका के धुरंधर व अनुभवी इन फॉर्म बल्लेबाज महेला जयवर्धने ने करीब से देखा है और इस बार वह भारत से सेमीफाइनल में बदला लेने को बेताब हैं।
कल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी 2013 के आखिरी लीग मैच में अपने वनडे करियर के 11 हजार रन पूरे करने वाले महेला जयवर्धने ने अपनी 84 रनों की नाबाद पारी के दम पर लंका को सेमीफाइनल में तो पहुंचा दिया लेकिन अब वह वॉर्म अप मैच की हार को भूलते हुए किसी भी हाल में भारत को सेमीफाइनल में रौंदना चाहते हैं। जयवर्धने ने कहा, वॉर्म अप मैच हों या कुछ और.अब यह सब मायने नहीं रखता। यह एक बड़ा टूर्नामेंट हैं और हमारे सामने एक बड़ा सेमीफाइनल है जिसके लिए हम मजबूती से मैदान पर उतरने को तैयार हैं। मुझे लगता है भारत इस समय अछा क्रिकेट खेल रहा है और उनका बल्लेबाजी लाइन अप भी काफी मजबूत नजर आ रहा है इसलिए यह कुछ पहलु हैं जिन पर हम बेताबी से नजर लगाए हुए हैं। मैं हर मैच को जीतना चाहता हूं, यह ट्रॉफी या किसी और चीज के लिए नहीं, बल्कि टीम के लिए है जिसको हर मैच में जीत ही लुभाती है।
Comments are closed.