महिला आत्मघाती दस्ते ने किया था बस पर हमला
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के क्वेटा शहर में महिला विश्वविद्यालय की बस में हुए शक्तिशाली बम धमाके के पीछे आतंकी गुट लश्कर-ए-झांगवी के महिला आत्मघाती दस्ते के शामिल होने की बात कही जा रही है। हमले में मरने वालों की संख्या रविवार को बढक़र 26 हो गई है। मरने वालों में 14 छात्राएं शामिल हैं। 22 महिलाएं गंभीर रूप से घायल हैं।
आतंकी गुट लश्कर-ए-झांगवी ने दोहरे हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा था कि गुट के खिलाफ सुरक्षाबलों के अभियान का बदला लेने के लिए ही हमलों को अंजाम दिया गया। सुरक्षा कर्मियों के हवाले से समाचार चैनल एक्सप्रेस की रिपोर्ट में कहा गया है कि महिला विश्वविद्यालय की बस पर महिला आत्मघाती हमलावरों ने हमला किया था। हमले के समय बस में 40 छात्राएं और शिक्षक बैठे थे। वे घर जाने का इंतजार कर रहे थे। यह बस पड़ोस के शिया हजारा समुदाय की छात्राओं के लिए थी।
झांगवी शिया समुदाय को लगातार निशाना बनाता रहा है। बस को निशाना बनाने के बाद 12 से 14 आतंकी उस अस्पताल पर भी जा धमके, जिसमें घायलों को भर्ती कराया गया था। एक आत्मघाती हमलावर ने ऑपरेशन थियेटर के पास खुद को उड़ा लिया। वहीं, दूसरे ने लगातार गोलीबारी की और कुछ लोगों को बंधक भी बना लिया। पुलिस प्रमुख और बलूचिस्तान के मुख्य सचिव उस समय घायलों को देखकर अस्पताल से बाहर निकले ही थे, जब हमला हुआ। इस दूसरे हमले में चार नर्सो, डिप्टी कमिश्नर अब्दुल मंसूर काकर, अस्पताल के मेडिको लीगल अफसर शब्बीर मेगसी और फ्रंटियर कोर के चार जवानों की मौत हो गई। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों और आतंकियों के बीच कई घंटे भिड़ंत हुई। इसमें चार आतंकियों की मौत हो गई, जबकि एक को पकड़ लिया गया। सुरक्षाबलों ने 35 बंधकों को भी आजाद कराया।
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