आम चुनाव से पहले शेख हसीना को झटका
ढाका। बांग्लादेश के मुख्य विपक्षी दल बीएनपी [बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी] ने आम चुनाव से पहले चार महानगरों के मेयर पद पर कब्जा कर सबको चौंका दिया है। इस तगड़ी हार से सुधारों के रास्ते पर मजबूती से आगे बढ़ रही प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार को करारा झटका लगा है। देश में इस साल के अंत तक आम चुनाव होना है।
चुनाव आयोग ने रविवार को एलान किया कि राजशाही, खुलना, बारीसाल, और सिलहट में मेयर पद के लिए हुए चुनाव में बीएनपी समर्थित उम्मीदवारों ने भारी बढ़त के साथ जीत हासिल की है। हिंसा फैलने के डर से इन शहरों में पुलिस के साथ अर्धसैनिक बल बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश [बीजीबी] को भी तैनात किया गया था। बीएनपी मुखिया खालिदा जिया ने पार्टी कार्यकर्ताओं से इन नतीजों का जश्न मनाने को कहा है। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार की असफलता और तानाशाही का जनता ने जवाब दे दिया है। बीएनपी के कार्यकारी महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने भी कहा कि जनता अब बदलाव चाहती है। कार्यवाहक सरकार की हमारी मांग को जनता का समर्थन मिला है। हार पर टिप्पणी करते हुए अवामी लीग के संयुक्त महासचिव महबूबुल आलम हनीफ ने कहा कि इन नतीजों से पार्टी कार्यकर्ताओं को सीख लेनी चाहिए। हमें अपनी कमियां दूर करने में जुट जाना चाहिए।
स्थानीय अखबार समकाल ने इन नतीजों को आम चुनाव से पहले सेमीफाइनल करार दिया है। अखबार ने लिखा है, जनता ने स्पष्ट कर दिया है कि अगले चुनाव में क्या होने वाला है। देश की नौवीं संसद इस साल 29 दिसंबर को अपना कार्यकाल पूरा कर रही है। संसद का कार्यकाल खत्म होने से 90 दिनों के भीतर देश में चुनाव कराने होंगे।
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